रोजे के दौरान मधुमेह के मरीजों में ग्लूकोज के स्तर में अचानक गिरावट होने से हाइपोगिलेसेमिया हो सकती है। इसमें मरीज को चक्कर और बेहोशी आने लगती है। हाथ-पांव ठंडे पर जाते हैं। रोजे के दौरान मरीज के खून में शुगर की अधिक मात्रा अधिक हो सकती है जिसे हाइपरगिलेसेमिया कहा जाता है। जिसमें मरीजों के आंखों के सामने धुंधलापन, बेहोशी, कमजोरी और थकान जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए ऐसी स्थिति न आए इसका ख्याल जरूर रखें।
इन बातों को भूलकर भी ना करें नजरअंदाज
जिन फलों में मीठा अधिक हो उनका सेवन ना करें।
जितनी भूख हो उतना ही खाएं, रोजा समझकर ज्यादा ना खाएं।
मीठे चीजों को एकदम दूरी बनाएं रखें।
अपने आहार में रसभरे फल, सब्जियां, जूस और दही में चीनी का सेवन ना करें।
भोजन और सोने के बीच दो घंटे का अंतराल रखें।
सोने से पहले किसी भी कार्बोहाइड्रेट युक्त आहार का सेवन ना करें।
अधिक तले भोजन से परहेज करें।