शादी के पहले और शादी के बाद की दुनिया में काफी अंतर होता हैं। शादी एक बहुत ही प्यारा रिश्ता है। लेकिन इस रिश्ते के साथ कई जिम्मेदारियां भी आती हैं। जिनको अगर एक ही व्यक्ति उठाये तो धीरे-धीरे वह व्यक्ति स्ट्रेस की वजह से चिडचिड़ा हो जाता हैं। इसलिए शादी के बाद आने वाली जिम्मेदारियां दोनों को मिलकर उठानी चाहिए।
वक्त को देखते हुए आजकल पति और पत्नी दोनों सर्विस करते है। इसलिए परिवार की जिम्मेदारी की तरह ही खर्चो को भी मिलकर उठानी चाहिए। अपने पार्टनर से भूलकर भी अपनी सैलरी नहीं छुपाए ना ही कम बताए। अगर आप ऐसा करते है तो घर के खर्चे पर इसका असर होगा और आपके परिवार में कलक हो सकती हैं।
जरूरत के हिसाब से सामान की लिस्ट बनाए। कई बार ऐसी चीज खरीद लेते है जिसकी अभी आवश्यकता नहीं है। ऐसे में आपका पार्टनर गुस्सा हो सकता हैं।
अक्सर पति और पत्नी का यह नजरिया होता है कि वो खुद कमाते है इसलिए वह अपनी मर्जी से पैसे खर्च कर सकते हैं। जब घर खर्च की बात आती है तो हाथ में कुछ ही सैलेरी बचती हैं। ऐसे में पार्टनर और आपमें झगड़ा होना तय हो जाता हैं।
घर के खर्चे के बाद अगर पैसे बचते है तो उसको खर्च ना करें। बल्कि भविष्य के लिए सेविंग करना बिल्कुल भी ना भूले। दोनों की कमाई की 30 प्रतिशत सैलेरी को शेविंग करने की कोशिश करें। जिससे की भविष्य में आपके काम आ सकें।