आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में तनाव में रहना आम बात हो गई हैं। घर-ऑफिस के बीच तालमेल बिठाते-बिठाते हम तनाव में घिर जाते है। तनाव का सबसे बड़ा कारण नकारात्म विचारों का दिमाक पर हावी होना माना जाता हैं। जब भी व्यक्ति की सोच के अनुरूप कार्य नहीं होता हैं तो वह तनाव से ग्रस्त हो जाता हैं। तनाव में रहने वाले लोग ही आत्महत्या की और कदम बढ़ाते हैं।
यूं तो मनुष्य का उदास या निराश होना स्वाभाविक है, लेकिन जब ये एहसास काफी लंबे समय तक बना रहे तो समझ जाइए कि वो तनाव की स्थिति में है। यह एक ऐसा मानसिक विकार है, जिसमें व्यक्ति को कुछ भी अच्छा नहीं लगता। उसे अपना जीवन नीरस, खाली-खाली और दुखों से भरा लगता है। प्रत्येक व्यक्ति को अलग-अलग कारणों से तनाव हो सकता है। किसी बात या काम का अत्यधिक दवाब लेने से यह समस्या पैदा हो जाती है।
अगर आपको ऐसा महसूस हो रहा है कि आप लंबे समय से तनाव में हैं या उसे दूर नहीं कर पा रहे हैं तो डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी है। अधिक समय तक तनाव की स्थिति आपको गंभीर बीमारी का शिकार बना सकती है।