
आईब्रो थ्रेडिंग और वैक्सिंग महिलाओं और पुरुषों दोनों के लिए एक आम सौंदर्य प्रक्रिया बन चुकी है, जिसका इस्तेमाल अनचाहे बालों को हटाकर चेहरे की सुंदरता को निखारने के लिए किया जाता है। हालांकि, यह प्रक्रिया कभी-कभी एलर्जी, जलन, लालिमा और सूजन जैसी समस्याओं को जन्म दे सकती है। आज हमारा ये आर्टिकल आईब्रो और वैक्सिंग के बाद होने वाली एलर्जी के संभावित कारणों, लक्षणों और प्रभावी उपचारों पर विस्तृत रूप से जानकारी प्रदान करेगा।
जलन और लालिमा का बढ़ना: आइब्रो बनवाने और वैक्सिंग की प्रक्रिया के बीच स्किन पर खिंचाव महसूस होने लग जाता है, जिससे जलन और लालिमा हो सकती है।
खुजली और सूजन का होना: कुछ लोगों को आइब्रो बनवाने और वैक्सिंग करवाने के पश्चात खुजली और सूजन जैसी परेशानी होना बेहद ही आम बात कही जाती है।
दाने या रैशेज का होना: थ्रेडिंग या वैक्सिंग करवाने के पश्चात, कुछ लोगों की त्वचा पर छोटे-छोटे दाने या रैशेज हो जाते है, जिसकी वजह से कई तरह की परेशानियों का भी सामना करना पड़ जाता है।
संक्रमण: अगर आइब्रो बनवाने के लिए उपयोग किए जाने वाले उपकरण साफ नहीं होते हैं, तो संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है।
एलर्जी: कुछ लोगों को आइब्रो बनवाने के पश्चात एलर्जी की प्रतिक्रिया होने लग जाती है, जिससे आंखों में सूजन, खुजली या लालिमा बढ़ सकती है।
जलन को कम करने के लिए सबसे पहले चेहरे पर ठंडे पानी से सिकाई करना चाहिए. ठंडा पानी त्वचा के तापमान को कम करने का काम भी करता है और सूजन को शांत करने में सहायता प्रदान करता है. यह तुरंत राहत प्रदान कर सकता है, खासकर तब जब त्वचा अधिक संवेदनशील हो और जलन महसूस होने लग जाती है.
रिसर्च के अनुसार टी ट्री ऑयल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुण देखने के लिए मिलते है, जो त्वचा की जलन और सूजन को कम करने में सहायता करते हैं. इसकी कुछ बूंदे कॉटन बॉल पर डालें और जलन वाली स्थानों पर लगा लेना चाहिए. यह त्वचा को शांत रखेगा और संक्रमण से भी बचाव कर दें.
नारियल तेल:
नारियल तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट गुण पाए जाते है, जो जलन को कम करने में ये बहुत सहायता करते है. नारियल तेल को हल्के हाथों से प्रभावित इलाके पर लगाएं. यह त्वचा को नमी प्रदान करता है और जलन को जल्द शांत कर देता है।
कच्चा दूध एक बेहतरीन प्राकृतिक कूलिंग एजेंट है, जो जलन को शांत करने में सहायता प्रदान करता है. दूध में लैक्टिक एसिड होता है, जो त्वचा को मुलायम बनाने का काम भी करता है. एक कप कपड़े में दूध भिगोकर प्रभावित स्थान पर लगाएं, इससे आपको ठंडक मिलेगी और जलन कम हो जाती है।