पुष्य नक्षत्र पर बन रहा विशेष योग, इन वस्तुओं की खरीद पर होगा लाभ

पुष्य नक्षत्र, नक्षत्रराज, 14 अक्टूबर 2025 को दोपहर 3:42 से शुरू होकर 15 अक्टूबर तक रहेगा। यह शुभ कार्यों, खरीदारी (सोना, चांदी, वाहन, प्रॉपर्टी) और निवेश के लिए बेहद ही शुभ मानता जाता है। मंगल पुष्य संयोग में किए कार्य कई गुना फलदायी होते हैं। धारदार, चमड़े की वस्तुएं नही खरीदनी चाहिए।

पुष्य नक्षत्र पर बन रहा विशेष योग, इन वस्तुओं की खरीद पर होगा लाभ

पुष्य नक्षत्र पर बन रहा खास योग घर लेकर आए सोना, चांदी या वाहन

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Highlights

  • पुष्य नक्षत्र के समय खरीदें सोना, चांदी और बर्तन।
  • पुष्य नक्षत्र पर शुभ कार्य, दान और मंत्र उपासना का 100 गुना फल।
  • धारदार, चमड़े, प्लास्टिक, पुरानी या नकली वस्तुएं न खरीदें।

पुष्य नक्षत्र सभी नक्षत्रों में सर्वाधिक शुभ एवं बलवान होने की बवजह से नक्षत्रराज के नाम से भी जाना जाता है। विवाह को छोड़कर सभी मांगलिक शुभ कार्यों में पुष्य नक्षत्र की अहम् भूमिका होती है। शास्त्रों में बताया गया है कि पुष्य को 100 दोषों को दूर करता है, एवं शुभ कार्य उद्देश्यों में निश्चित सफलता प्रदान करने वाला एवं बहुमूल्य वस्तुओं की खरीददारी हेतु सबसे श्रेष्ठ एवं शुभ और लाभदायक माना जाता है। ग्रहों की स्थिति के मुताबिक दीपावली से पूर्व पड़ने वाला यह पुष्य नक्षत्र खरीददारी के लिए धनतेरस के समान फलदायक कहा जाता है। सदियों से ऐसा माना जाता है कि पुष्य नक्षत्र के दिन कोई भी शुभ कार्य का परिणाम कई गुना बढ़ जाता है, इसी तरह इस दिन किया गया दान अक्षत हो जाता है एवं इस दिन खरीदी गई वस्तुएं भी अक्षत रहने वाली है। वहीं इस संयोग में मंत्रों से जुड़ी कोई भी उपासना करने से उसका 100 गुना ज्यादा लाभ मिलेगा।

मंगलवार को पुष्य नक्षत्र का महत्व :

पुष्य नक्षत्र इस साल कार्तिक कृष्ण अष्टमी दिन मंगलवार यानि 14 अक्टूबर 2025 को दोपहर 3ः42 पर शुरू होगा, जो अगले दिन बुधवार 15 अक्टूबर 2025 को दोपहर 3:19 तक जारी रहने वाला है, स्वराशि कर्क का चंद्रमा 14 तारीख मंगलवार को दिन में 9:50 से लेकर अगले दिन यानी बुधवार संपूर्ण दिन रात्रि रहकर, गुरुवार दिनांक 16 अक्टूबर 2025 को दोपहर को 3:27 तक चंद्रमा कर्क राशि में रहने वाला है। पुष्य नक्षत्रों को राजा कहा जाता है, इस बार दीपावली से पूर्व मंगलवार को पुष्य नक्षत्र का शुभ संयोग होने वाला है, मंगलवार को पुष्य नक्षत्र का संचरण होने पर इसे मंगल पुष्य के नाम से भी पहचाना जाता है। इस दिन आप जो भी वस्तु खरीदेंगे या निवेश करेंगे, तो वह आपको आगे ले जाने का कारक बन जाएगी, इस दिन जमीन या मकान के साथ म्युचुअल फंड आदि की खरीदारी लाभ प्रदान करेगी। पुष्य नक्षत्र के संचरण काल में सोने, चांदी के आभूषण खरीदना शुभ भी कहा जाता है। भारतीय ज्योतिष  के मुताबिक, पुष्य नक्षत्र में किसी भी प्रकार के निवेश या खरीदारी करना शुभ बेहद ही अच्छा माना जाता है, विशेष रूप से आभूषणों के लिए। इस दिन खरीदे गए आभूषण धन एवं समृद्धि के आगमन का भी संकेत देते है, जिससे जीवन में स्थिरता एवं सुख-शांति बनी रहने वाली है।

पुष्य नक्षत्र पर जरूर खरीदें ये वस्तुएं?

  • सोना-चांदी: इस दिन सोना-चांदी खरीदना बहुत शुभ होता है। 
  • वाहन एवं प्रॉपर्टी: कार, स्कूटर, बाइक एवं भूमि/भवन जैसी अचल संपत्ति खरीदना लंबे वक़्त तक चलने वाला और अच्छा भी माना जाता है। 
  • इलेक्ट्रॉनिक सामान: TV, फ्रिज, वॉशिंग मशीन एवं कंप्यूटर जैसे इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदना भी बेहद ही अच्छा माना जाता है। 
  • कपड़े एवं फर्नीचर: नए कपड़े एवं फर्नीचर भी इस शुभ मुहूर्त में खरीदें तो बेहतर होगा। 
  • बर्तन और अन्य वस्तुएं: सोना-चांदी के साथ साथ, नए बर्तन एवं अन्य कीमती धातुएं खरीदना भी शुभ माना जाता है। 
  • धार्मिक और शुभ वस्तुएं: आप महालक्ष्मी की प्रतिमा, धार्मिक पुस्तकें और बहीखाता भी खरीद सकते है। 

पुष्य नक्षत्र में नहीं खरीदना चाहिए ये वस्तुएं : 

  • धारदार चीजें जैसे: चाकू, कैंची, सुई आदि।
  • चमड़े की वस्तुएं: जैसे जूते, चप्पल आदि।
  • प्लास्टिक या कांच की वस्तुएं।
  • पुरानी (second hand) वस्तुएं।
  • नकली सजावटी सामान।
  • मिक्सर जैसी वस्तुएं।

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