चक्रवात मोन्था को लेकर तमिलनाडु के 4 जिलों में जारी किया गया अलर्ट

चक्रवात 'मोन्था' के कारण भारत मौसम विभाग ने 27 अक्टूबर 2025 को चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, रानीपेट के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया। भारी वर्षा, आंधी और बिजली की चेतावनी है। 28 अक्टूबर को यह आंध्र प्रदेश तट को पार कर सकता है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।

चक्रवात मोन्था को लेकर तमिलनाडु के 4 जिलों में जारी किया गया अलर्ट

बंगाल की खाड़ी की तरफ बढ़ रहा चक्रवात मोन्था

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Highlights

  • मौसम विभाग ने चक्रवात मोन्था को लेकर चेतावनी की जारी।
  • बंगाल की खाड़ी में पश्चिम-उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़ रहा चक्रवात मोन्था।
  • चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम, पुडुचेरी आदि स्थानों पर येलो अलर्ट जारी।

नई दिल्ली : बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात मोन्था के बनने की वजह से मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज सोमवार यानि 27 अक्टूबर 2025 को तमिलनाडु के 4 उत्तरी तटीय जिलों – चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम एवं  रानीपेट के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया जा चुका है, इसमें आंधी एवं तेज हवाओं के साथ भारी से बहुत भारी वर्षा की चेतावनी भी जारी की है।

IMD के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पूर्व में बने गहरे दबाव के इलाके से विकसित हुई है, आने वाले 24 घंटों में एवं ज्यादा तीव्र होकर उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान लगाए जा रहे है। मौसम विभाग ने आज यानी सोमवार 27 अक्टूबर 2025 को तमिलनाडु, पुडुचेरी एवं कारईकाल इलाके में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा तथा 1 या 2 स्थानों पर गरज-चमक के साथ छीटे पड़ने एवं  आकाशीय बिजली गिरने की आशंका भी जताई गई है। इसके प्रभाव से तमिलनाडु के उत्तरी तटीय क्षेत्र, विशेषकर चेन्नई इलाके एवं उसके आसपास मौसम की स्थिति बिगड़ने के आसार है।

भारतीय मौसम विभाग ने इस बारें में जानकारी दी है कि बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम एवं समीपवर्ती दक्षिण-पूर्व में चक्रवाती तूफान मोन्था पश्चिम-उत्तरपश्चिम की तरफ बढ़ चुका है एवं आज, 27 अक्टूबर 2025 को 02:30 बजे IST पर उसी इलाके में, अक्षांश 11.7°N एवं देशांतर 85.5°E के पास, चेन्नई (तमिलनाडु) से लगभग 600 किमी पूर्व-दक्षिणपूर्व, काकीनाडा (आंध्र प्रदेश) से 680 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व, विशाखापत्तनम (आंध्र प्रदेश) से 710 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व, पोर्ट ब्लेयर (अंडमान और निकोबार द्वीप समूह) से 790 किमी पश्चिम एवं गोपालपुर (ओडिशा) से 850 किमी दक्षिण में ही केंद्रित बताया जा रहा है। अगले 12 घंटों के बीच इसके दक्षिण-पश्चिम और समीपवर्ती पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी में पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है।

इसके पश्चात, इसके उत्तर-पश्चिम की तरफ, फिर उत्तर-उत्तर-पश्चिम की तरफ बढ़ने एवं 28 अक्टूबर 2025 की प्रातः तक एक गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने का अनुमान लगाया जा रहा है। उत्तर-उत्तर-पश्चिम की ओर आगे बढ़ते हुए, इतना ही नहीं 28 अक्टूबर की सांय या रात के बीच एक गंभीर चक्रवाती तूफान के रूप में मछलीपट्टनम एवं कलिंगपट्टनम के मध्य काकीनाडा के आसपास आंध्र प्रदेश के तट को पार करने की आशंका है। इस बीच अधिकतम 90-100 किमी प्रति घंटे की गति से हवाएं चलने वाली है, जो बढ़कर 110 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी।

इस बारें में IMD ने अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि “चेन्नई, तिरुवल्लूर, कांचीपुरम एवं रानीपेट जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट भी जारी कर दिया जाएगा, जो अलग-अलग स्थानों पर बहुत भारी वर्षा की आशंका को और भी ज्यादा बढ़ा देता है।” विभाग ने यह भी कहा है कि आज शहर एवं उपनगरों के कई भागों में गरज एवं बिजली के साथ मध्यम से भारी बारिश हो सकती है, तथा कुछ इलाकों में स्थानीय स्तर पर तीव्र वर्षा हो सकती है। 28 अक्टूबर के लिए IMD के पूर्वानुमान में चेन्नई, तिरुवल्लुर, कांचीपुरम, चेंगलपट्टू, विल्लुपुरम, कल्लाकुरिची, तिरुवन्नामलाई, वेल्लोर, रानीपेट, कुड्डालोर जिलों और पुडुचेरी में कुछ स्थानों के लिए येलो अलर्ट जारी किया जा चुका है।

इतना ही नहीं निचले शहरों में रहने वाले निवासियों को सतर्क रहने की सलाह और चेतवानी भी दी गई है तथा तमिलनाडु एवं दक्षिण आंध्र के तटों पर खराब स्थिति के कारण मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी जा चुकी है। IMD का इस बारें में कहना है कि, चेन्नई और आसपास के क्षेत्रों में आसमान में आमतौर पर बादल छाए रहने वाले है एवं बीच-बीच में बारिश एवं गरज के साथ छींटे पड़ सकते हैं। अधिकतम तापमान 31 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने की आशंका है जबकि न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस के आसपास हो सकता है।

भारी वर्षा की आशंका को देखते हुए शहर के अधिकारियों ने एहतियाती कदम बढ़ा चुका है। ग्रेटर चेन्नई कॉर्पोरेशन (जीसीसी) ने बाढ़-प्रवण इलाकों में मोटर पंप तैयार कर लिए हैं, और लोक निर्माण विभाग (PWD) को प्रमुख जलाशयों एवं जलमार्गों में जल निकासी के स्तर पर नज़र रखने के आदेश जारी कर दिए गए है। पूर्वोत्तर मानसून के मजबूत होने के साथ, अधिकारियों ने निवासियों से अनावश्यक यात्रा से बचने  एवं हेल्पलाइन नंबरों के जरिए से जलभराव की घटनाओं की जानकारी देने का अनुरोध भी किया है।

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