
इंडोनेशिया के पूर्वी पापुआ इलाके में शुक्रवार यानि 19 सितंबर 2025 को तड़के भूकंप के तेज झटकों से लोगों के बीच दर का माहौल पैदा हो गया। वहीं अमेरिका के भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के अनुसार, यह भूकंप 6.1 तीव्रता का था एवं इसका केंद्र नबीरे शहर से तकरीबन 28 किलोमीटर दक्षिण में, 10KM की गहराई में बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स का कहना है कि नबीरे शहर में कम से कम 2 मकान एवं एक मुख्य पुल गिर पड़े है। इसके साथ साथ एक सरकारी दफ्तर, एक गिरजाघर और एयरपोर्ट को मामूली हानि पहुंचने की खबर सामने आई है। हालांकि राहत की बात यह रही कि किसी के हताहत होने की कोई भी जानकारी सामने नहीं आई है।
भूकंप के पश्चात लोग तेजी से घरों से बाहर निकले और ऊंचे स्थानों की तरफ जाएं। एजेंसी के प्रवक्ता अब्दुल मुहारी ने बोला है कि नबीरे और आसपास के कई कस्बों में दूरसंचार सेवाएं भी प्रभावित होने लगी है। इंडोनेशिया की मौसम एवं भूभौतिकीय एजेंसी ने इस बारें में साफ़ करते हुए कहा है कि सुनामी का कोई खतरा नहीं है, क्योंकि भूकंप का केंद्र जमीन के अंदर था। इतना ही नहीं यही शहर पहले भी भूकंप की त्रासदी से जूझ चुका है। फरवरी 2004 में आए भूकंप में 30 लोगों की जान चली गई थी, वहीं सैकड़ों मकान भू बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए थे, जबकि उसी वर्ष नवंबर में एक और भूकंप की वजह से 32 लोगों की मौत भी हो गई थी। मीडिया ने वीडियो जारी करते हुए लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा था कि ‘कुल मिलाकर स्थिति सुरक्षित और नियंत्रण में है।’
रूस भी भूकंप से हिला :
खबरों का कहना है कि रूस के कामचटका प्रायद्वीप के पूर्वी तट पर शुक्रवार यानि 15 सितंबर 2025 को धरती जोर से हिल उठी। रूस की स्टेट जियोफिजिकल सर्वे के अनुसार, यह भूकंप 7.4 तीव्रता का था और इसका केंद्र इलाके राजधानी पेत्रोपावलोवस्क-कामचत्स्की से करीब 149 किलोमीटर दूर, 39 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। गवर्नर व्लादिमीर सोलोदोव ने टेलीग्राम पोस्ट में बताया कि प्रभावित इलाकों के लिए सुनामी चेतावनी जारी कर दी गई है। तटीय इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के आदेश भी जारी कर दिया है एवं सभी आपात सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
शुरुआती रिपोर्टों के मुताबिक, अभी तक किसी बड़े नुकसान या जनहानि की कोई खबर सामने नहीं आई है। हालांकि, हाइड्रोमेट्रोलॉजिकल विभाग का इस बारें में कहना है कि कुछ भागों में 1.5 मीटर तक ऊंची लहरें उठने वाली है। राहत की बात यह है कि पेत्रोपावलोवस्क इलाकों में लहरों की ऊंचाई 0.1 मीटर से भी कम रहने का अनुमान लगाया है। भूकंप के पश्चात लगातार झटके महसूस हुए है। स्थानीय जियोफिजिकल सर्वे के मुताबिक, कम से कम 10 आफ्टरशॉक दर्ज किए गए जिनकी तीव्रता 5 या उससे ज्यादा थी।