
गर्मी का मौसम आते ही कई तरह की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। तेज धूप और गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, फूड पॉइजनिंग और आंखों के इंफेक्शन जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इनसे बचने के लिए कुछ घरेलू उपाय और सावधानियां बरतनी बहुत जरूरी हैं।
हीट स्ट्रोक यानी लू लगना बहुत आम समस्या है। यह शरीर में पानी की कमी के कारण होता है और अगर समय पर ध्यान न दिया जाए तो यह खतरनाक भी हो सकता है। लू लगने के कारण तेज बुखार, फ़ूड पॉइजनिंग, पेट से जुड़ी परेशानी या फिर उलटी भी हो सकती है। यदि आप इससे बचने के लिए अपने खान पान का खास ध्यान रखें, खाने में हरी सब्जियां, सलाद और फल शामिल कर सकते हैं।
लू से बचने के उपाय:
गर्मी के मौसम में शरीर में पानी की कमी होने के कारण डिहाइड्रेशन का डर बढ़ जाता है, यह भले ही आम ही परेशानी हो लेकिन खतरनाक साबित हो सकती है। यदि आप भी इससे बचना चाहते है तो सबसे आसान तरीका ये है कि जितना ज्यादा हो सके आप पानी पीना शुरू कर दें। पानी की कमी दूर करने के लिए खीरा, ककड़ी, नारियल पानी, नींबू पानी, हरी सब्जियां, शिकंजी जैसी चीजें को अपने आहार में शामिल कर लें।
हरी सब्ज़ियों का सेवन भी कर सकते है, जैसे- ब्रोकली, पत्तागोभी में पानी की मात्रा अधिक पाई जाती है इससे भी शरीर में पानी की पूर्ति होती है। बेरीज़ में एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन C, एवं फ़्लेवोनॉइड्स भी पाए जाते है।
अनार का सेवन करना आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा ऐसा कहा जाता है कि अनार में आयरन की मात्रा अधिक पाई जाती है।
जिन लोगों को पानी की कमी बार बार हो रही है तो उन्हें टमाटर का सेवन करना चाहिए क्यूंकि टमाटर में विटामिन C और विटामिन K, फ़ोलेट, और पोटैशियम भी पाया जाता है।
गन्ने का जूस आपके लिए एक अच्छा विकल्प साबित हो सकता है, गन्ने के जूस में कैल्शियम, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन, और मैग्नीज़ जैसे पोषक तत्व पाए जाते है।
गुड़हल का सेवन करना, ये सुनने में थोड़ा अजीब हो सकता है लेकिन गुड़हल के फूल में विटामिन C की मात्रा अधिक पाई जाती है।
गर्मी में खाना जल्दी खराब हो जाता है, जिससे पेट में संक्रमण हो सकता है। फूड पॉइजनिंग के कारण उल्टी, दस्त और पेट दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए बाहर के खाने का सेवन भी कम से कम करना चाहिए।
इस तरह फ़ूड पॉइजनिंग का कर सकते है इलाज:-
ORS और इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक, जैसे स्पोर्ट्स ड्रिंक या घर पर बना हुआ घोल (जैसे एक चुटकी नमक और चीनी मिला हुआ पानी), सादे पानी की तुलना में खोए हुए इलेक्ट्रोलाइट्स और तरल पदार्थों को अधिक प्रभावी ढंग से भरने में सहायता कर सकता है।
गर्मियों के मौसम में आंखों से जुड़े इंफेक्शन का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। तेज धूप के कारण से आई इरिटेशन, सर्द गर्म से कंजंक्टिवाइटिस और आंखों में एलर्जी की परेशानी बढ़ सकती है। इसके लिए आंखों को थोड़ी-थोड़ी देर में धोते रहें। ठंडे पानी का छींटा मारते रहना चाहिए।
गर्म या ठंडी सिकाई: आपको इस बात का खास ध्यान रखना चाहिए गर्म सिकाई से आंखों में दर्द और खुजली से काफी हद तक राहत मिल सकती है। वहीं ठंडी सिकाई सूजन और जलन को कम करने में सहायता प्रदान करती है। एक साफ कपड़े को गर्म या ठंडे पानी में भिगोकर अपनी आँखों पर रखना शुरू कर दें।
ग्रीन टी बैग: ऐसा कहा जाता है कि ठंडी ग्रीन टी बैग को आंखों पर रखने से सूजन और जलन तेजी से कम हो जाती है। या फिर आप घर पर मौजूद ग्रीन टी बैग को फ्रीज़ में रखकर इसका इस्तेमाल कर सकते है।
खारा पानी: यदि आपकी ऑंखें भी संक्रमित हो गई है तो आपको उन्हें साफ करने के लिए खारे पानी का इस्तेमाल करना चाहिए। आप चाहें तो 1 गिलास पानी में थोड़ा सा नमक मिलाकर आंखों को अच्छी तरह से धो लें।
गुलाब जल: गुलाब जल आंखों के लिए बहुत ही अच्छा माना जाता है, इससे आँखों में होने वाली जलन और लालिमा से राहत मिलती है। यदि आप दिन में दो-तीन बार गुलाब जल की दो-दो बूंदें आंखों में डालें।
यदि आप भी इस तरह से इंफेक्शन के से बचना चाहते है तो भरपूर नींद लें। हरी सब्जियों का सेवन अधिक से अधिक करें, दिनभर में कम से कम दो लीटर पानी पिएं। अगर आपको आंखों में इंफेक्शन के लक्षण नजर आ रहे है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।