नई दिल्ली : अफगान और पाक में फिर से जंग छिड़ चुकी है। वहीं बीते मंगलवार यानि 14 अक्टूबर 2025 की सांय डूरंड लाइन पर एक बार फिर दोनों सेनाएं एक बार फिर से एक दूसरे के आमने सामने आ चुकी है। रिपोर्ट्स की माने तो पाकिस्तानी फौज ने अफगान के कई हिस्सों में बम गिरा दिए है, जवाब में तालिबान लड़ाकों ने पाक के कई पोस्टों पर धावा बोला है। दोनों सेनाओं के मध्य भीषण झड़प हुई, इसमें ड्रोन और मिसाइलों का उपयोग किया गया।
वहीं पाकिस्तान ने तालिबान के सैन्य पोस्ट पर ड्रोन स्ट्राइक का थर्मल फुटेज भी सामने आ चुका है। इसके अनुसार पाकिस्तान ने इस बारें में कहा है कि अफगान क्षेत्र के भीतर आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए हुई है। लेकिन अफगानिस्तान ने पलटवार करते हुए कहा है कि पहला हमला पाक ने किया था एवं अब उसके सैनिक कड़ी जवाबी कार्रवाई में लगे हुए है। पाक के पत्रकार ताहा सिद्दीकी ने एक्स पर लिखते हुए कहा है कि अफगान तालिबान ने TV पर एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें उनके लड़ाकों को डूरंडलाइन के साथ एक पाक सैन्य चौकी पर अटैज करते हुए दिखाया गया। इस्लामाबाद की सेना के साथ झड़पों के मध्य कई पाकिस्तानी सैनिकों को पकड़ा।
पाक ने पहले किया हमला :
खोस्त प्रांत के गवर्नर के प्रवक्ता मुस्तघफर गुरबज ने TOLOnews ने इस बात की जानकारी दी है कि सांय तकरीबन 7 बजे, अफगान बलों ने जाजी मैदान जिले के पालोची क्षेत्र में पाक सैनिकों की घुसपैठ के प्रयास को पूरी तरह से नाकाम कर दिया। उनके मुताबिक, पाकिस्तानी सेना ने पहले हमला करने का प्रयास किया, लेकिन पूरी तरह से नाकाम रहे। हमने तुरंत जवाब दिया एवं झड़पें अब तक चल रही है। कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि पाक ड्रोन कई अफगान शहरों के ऊपर मंडराते देखे गए हैं। इससे दोनों देशों के मध्य नया युद्ध संकट खड़ा हुआ है।
BREAKING: Pakistan–Afghanistan tensions spike again.
— Clash Report (@clashreport) October 14, 2025
Pakistan releases thermal footage of a strike on a Taliban military post.
Pakistani drones reportedly fly over several Afghan cities. pic.twitter.com/NyNZetc2hZ
फजलुर रहमान की ने शांति वार्ता की पेशकश :
इस दौरान पाकिस्तान की जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम (JUI-F) के मुखिया मौलाना फजलुर रहमान ने बयान दिया है कि वे दोनों देशों के मध्य शांति वार्ता के लिए मध्यस्थता करने को को बनाया है, लेकिन पहले जंग रोकना पड़ेगा। उन्होंने इस बारें में कहा है कि ऐसे हालात में बातचीत बेनतीजा जी होगी। पहले युद्धविराम एवं फिर प्रोपेगेंडा वॉर का अंत आवश्यक है। फजलुर रहमान ने माना कि पाक एवं अफगान एक-दूसरे के लिए बहुत अहम हैं, लेकिन अगर बॉर्डर पर निरंतर गोलियां चलती रहीं, तो दोनों देशों की जनता ही इसका सबसे बड़ा नुकसान झेलना होगा।