स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने की ‘नारी शक्ति’ की सराहना

79वें स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने लाल किले से ‘नारी शक्ति’ की सराहना की, तीन करोड़ ‘लखपति दीदी’ लक्ष्य हासिल होने का दावा किया। उन्होंने स्वदेशी तकनीक, यूपीआई की सफलता, उर्वरक आत्मनिर्भरता और जनधन, आयुष्मान, पीएम आवास, स्वनिधि योजनाओं से जन-जीवन में बदलाव पर जोर दिया।

स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री मोदी ने की ‘नारी शक्ति’ की सराहना

महिलाओं के सम्मान में पीएम मोदी ने की ‘नारी शक्ति’ की सराहना

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Highlights

  • प्रधानमंत्री मोदी ने की नारी शक्ति की सराहना।
  • 1 लाख करोड़ रुपये की ‘विकासशील भारत रोज़गार योजना’, 3.5 करोड़ युवाओं को रोजगार।
  • आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और साइबर सुरक्षा को बढ़ावा।

लाल किले से देशवासियों को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, "आजादी का यह महापर्व 140 करोड़ संकल्पों का उत्सव है। यह सामूहिक उपलब्धियों और गौरव का पर्व है। देश एकता की भावना को मजबूत कर रहा है। 140 करोड़ भारतीय तिरंगे के रंग में रंगे हैं। हर घर तिरंगा है। हिमालय, रेगिस्तान या समुद्र तट, हर कोने से मातृभूमि का जयगान गूंज रहा है।"

79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नारी शक्ति’ की सराहना की और तीन करोड़ ‘लखपति दीदी’ का लक्ष्य समय से पहले हासिल करने का दावा किया। उन्होंने कृषि क्षेत्र में किए जा रहे प्रयासों पर भी प्रकाश डाला। पीएम ने कहा, “आज ‘नारी शक्ति’ की हर कोई प्रशंसा कर रहा है। हमारी मातृशक्ति बढ़ती अर्थव्यवस्था की भागीदार है। खेल से लेकर स्टार्टअप तक, हमारी बेटियां हर क्षेत्र में आगे हैं। नारी शक्ति देश के विकास में कंधे से कंधा मिलाकर योगदान दे रही है। ‘नमो ड्रोन दीदी’ ने नारी शक्ति को नई पहचान दी है।”

अपने संबोधन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस बारें में कहा है, “सरकार को फाइलों में नहीं, लोगों के जीवन में होना चाहिए। पहले भी योजनाएं थीं, लेकिन हम उन्हें जमीन पर उतारते हैं। कोई हकदार न छूटे, सरकार उनके घर तक पहुंचे, यही हमारा प्रयास है। जनधन खातों ने आम लोगों को बैंकिंग का भरोसा दिया। आयुष्मान भारत से वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य की चिंता की जाती है। पीएम आवास योजना ने चार करोड़ लोगों के घर के सपने पूरे किए। पीएम स्वनिधि योजना रेहड़ी-पटरी वालों के लिए समर्पित है। जमीनी योजनाएं लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाती हैं।”

अपनी बात को जारी रखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, “आज आईटी और डाटा का युग है। साइबर सुरक्षा से लेकर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस तक, हमें स्वदेशी तकनीक चाहिए। हमने यूपीआई से दुनिया को अपनी ताकत दिखाई, जो वैश्विक डिजिटल लेनदेन में 50% योगदान देता है। मैं युवाओं को चुनौती देता हूं कि स्वदेशी पेटेंट विकसित करें, ताकि हम दूसरों पर निर्भर न रहें। साथ ही, उर्वरक (फर्टिलाइजर) के लिए भी आत्मनिर्भर बनें। आइए, हम अपने किसानों के लिए देश में ही उर्वरक के भंडार तैयार करें।”

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