हर वर्ष 15 अगस्त को भारत में स्वतंत्रता दिवस बड़े उत्साह और गर्व के साथ मनाया जाता है वहीं इस वर्ष हम 79वां स्वतंत्रता दिवस मानाने जा रहे है। यह दिन भारत के इतिहास में एक स्वर्णिम अक्षर में लिखा हुआ है जब 1947 में लंबे वक्त तक चले स्वतंत्रता संग्राम के पश्चात देश ने ब्रिटिश शासन से आजादी मिली। यह दिन न केवल हमारी स्वतंत्रता की भी याद दिलाता है, बल्कि उन अनगिनत स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान और समर्पण को भी श्रद्धांजलि देता है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपने प्राणों की आहुति दी।
स्वतंत्रता दिवस का ऐतिहासिक महत्व :
15 अगस्त, 1947 को भारत ने ब्रिटिश की गुलामी से आजाद हुआ। इस दिन, देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू ने नई दिल्ली के लाल किले पर तिरंगा फहराया और अपना ऐतिहासिक भाषण "ट्रिस्ट विद डेस्टिनी" दिया। यह भाषण न केवल भारत की स्वतंत्रता का प्रतीक था, बल्कि एक नए, स्वतंत्र और समृद्ध भारत के निर्माण की प्रेरणा भी था। इस दिन भारत का संविधान लागू नहीं हुआ था, लेकिन यह एक नई शुरुआत थी, जिसने भारत को विश्व मंच पर एक संप्रभु राष्ट्र के रूप में स्थपित किया गया।
स्वतंत्रता संग्राम की कहानी :
भारत का स्वतंत्रता संग्राम एक लंबी एवं कठिन यात्रा थी। वर्ष 1857 की क्रांति से लेकर 1947 तक, लाखों भारतीयों ने विभिन्न आंदोलनों में हिस्सा लिया। महात्मा गांधी के नेतृत्व में अहिंसक आंदोलन जैसे नमक सत्याग्रह, दांडी यात्रा और भारत छोड़ो आंदोलन ने स्वतंत्रता की मांग को एवं मजबूत किया। इसके साथ ही, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद, सुभाष चंद्र बोस जैसे क्रांतिकारियों ने अपने साहस एवं बलिदान से स्वतंत्रता की लौ को जलाए रखा। इन सभी कोशिशों का परिणाम था कि ब्रिटिश सरकार को भारत छोड़ने के लिए मजबूर हो गया।
स्वतंत्रता दिवस का उत्सव :
इतना ही नहीं स्वतंत्रता दिवस का उत्सव पूरे देश में जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है। नई दिल्ली में लाल किले पर पीएम द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है, इसके पश्चात राष्ट्रगान गाया जाता है और 21 तोपों की सलामी दी जाती है। वहीं पीएम का देश के नाम संबोधन इस दिन का मुख्य आकर्षण होता है, इसमें वे देश की उपलब्धियों, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं पर प्रकाश डालते हैं। स्कूलों, कॉलेजों और सार्वजनिक स्थानों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और देशभक्ति से भरे गीतों का आयोजन किया जाता है। तिरंगे झंडे, गुब्बारे और रंग-बिरंगे सजावट से पूरा देश देशभक्ति के रंग में रंग जाता है।
आजादी का महत्व और हमारी जिम्मेदारी :
स्वतंत्रता केवल राजनीतिक आजादी तक सीमित नहीं थी। यह हमें अपने विचारों, संस्कृति और विकास के लिए स्वतंत्रता प्रदान करती है। लेकिन इसके साथ ही यह हमारी जिम्मेदारी भी बनती है कि हम अपने देश की एकता, अखंडता और प्रगति के लिए कार्य किए। आज के समय में, हमें शिक्षा, समानता, पर्यावरण संरक्षण और सामाजिक न्याय जैसे मुद्दों पर ध्यान देना होगा ताकि हम एक मजबूत और समृद्ध भारत का निर्माण कर पाएं।
स्वतंत्रता दिवस केवल एक अवकाश का दिन नहीं कहा जा सकता, बल्कि यह हमें हमारे स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान एवं उनके सपनों को याद करने का अवसर है। यह दिन हमें प्रेरित करता है कि हम अपने देश के लिए और अधिक समर्पित होकर कार्य करें। आइए, इस स्वतंत्रता दिवस पर हम संकल्प लें कि हम अपने देश को नई ऊंचाइयों तक ले जाएंगे और एक ऐसे भारत का निर्माण करेंगे जो हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर और समृद्ध हो।