
नई दिल्ली: इंडोनेशिया में फिर से भूकंप के झटकों से धरती कांप उठी है, नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी ने जानकारी दी है की इंडोनेशिया के सुलावेसी इलाके के मिनाहासा प्रायद्वीप में बीते बुधवार एवं गुरूवार यानि 23 और 24 जुलाई 2025 की रात तकरीबन 2 बजकर 20 मिनट पर भूकंप आया, इसकी रिक्टर स्केल पर तीव्रता 6।2 बताई गई है। यह इलाका भूकंप को लेकर बहुत ही ज्यादा संवेदनशील है। इंडोनेशिया में बीते 3 माह में कई बार भूकंप आया।
इतना ही नहीं इंडोनेशिया के सेराम में 2 दिन पूर्व भी भूकंप के झटकों से धरती कांप गई थी, इसकी रिक्टर पैमाने पर गति 5.5 बताई गई। खबरों का कहना है की इसी वर्ष मई माह की 23 तारीख को यहां 5।9 की तीव्रता से भूंकप के झटके महसूस हुए थे। हालांकि किसी तरह की हानि की कोई भी जानकारी सामने नहीं आई थी। सेराम में आए भूकंप का केंद्र अंबोन से लगभग 244 KM की दूरी पर बताया जा रहा है। इसके पूर्व जुलाई में इंडोनेशिया के तनिम्बर द्वीप समूह के तट पर भी भूकंप के झटकों को महसूस किया गया। मई माह में भी दक्षिणी सुमात्रा में 5.9 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस हुए थे।
दुनियाभर में सबसे ज्यादा भूकंप कहां आते है? :
दुनिया भर में सबसे अधिक भूकंप इंडोनेशिया, जापान एवं फिलीपींस में आते है, दरअसल इंडोनेशिया में सबसे अधिक भूकंप आने का कारण रिंग ऑफ़ फायर है, ऐसा कहा जाता है कि जहां ज्वालामुखी गतिविधियां एवं टेक्टोनिक प्लेटों की टक्कर बार-बार भूकंप की वजह बनती है। वहीं वर्ष 2004 में सुमात्रा में 9.2 तीव्रता से भूकंप के झटकों को महसूस किया गया था, इसके कारण से सुनामी आ गई थी।
कई बार भूकंप की चपेट में आया भारत :
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो भारत में भी अब तक कई बार भूकंप के झटके महसूस हुए है, इस वर्ष 10 जुलाई को दिल्ली-NCR एवं हरियाणा के झज्जर में 4 .4 तीव्रता का भूकंप आया था। हालांकि किसी तरह की कोई भी हानि की खबर सामने नहीं आई। इसी वर्ष 28 फरवरी को लद्दाख में 3.5 तीव्रता का भूकंप आया था। 17 फरवरी को भी दिल्ली-NCR में झटके महसूस किए गए थे। वहीं बंगाल की खाड़ी में 16 फरवरी को 4.3 की तीव्रता का भूकंप महसूस हुए थे।