
उपासना सिंह (Upasana Singh) एक प्रसिद्ध इंडियन एक्ट्रेस और कॉमेडियन हैं, जिन्होंने हिंदी, पंजाबी, राजस्थानी, भोजपुरी और गुजराती मूवी में अपनी एक्टिंग से दर्शकों का दिल जीता है। उपासना का जन्म 29 जून 1975 को पंजाब के होशियारपुर में हुआ था। उपासना ने अपने करियर की शुरुआत 1986 में राजश्री प्रोडक्शन की मूवी "बाबुल" के साथ की थी, जिसमें उन्होंने एक बाल कलाकार का रोल प्ले किया था। इसके पश्चात वर्ष 1988 में उन्होंने राजस्थानी मूवी "बाई चली सासरिये" में अभिनय किया, जो 100 दिनों तक थिएटर में चली थी और उन्हें पहचान दिलवाई।
उपासना सिंह ने अपने करियर में कई भाषाओं की मूवीज में काम किया है, इसमें हिंदी, पंजाबी, राजस्थानी, भोजपुरी और गुजराती शामिल हैं। उन्होंने "जुदाई" (1997) फिल्म में मूक-बधिर महिला की भूमिका निभाई, जिसमें उनका "अब्बा डब्बा जब्बा" संवाद बहुत प्रसिद्ध हो गया। इसके साथ साथ, उन्होंने "मुझसे शादी करोगी", "एतराज", "हंगामा", "माय फ्रेंड गणेशा", "बादल" जैसी मूवी में भी खास रोल प्ले किया है।
टेलीविज़न पर उपासना सिंह को "कॉमेडी नाइट्स विद कपिल" में 'पिंकी बुआ' के किरदार के लिए भी पहचाना जाता है, जिससे उन्हें घर-घर में पहचान मिली। इसके साथ साथ, उन्होंने "सोन परी" में 'काली परी' की भूमिका निभाई और "द कपिल शर्मा शो" में भी दिखाई दी थी। उपासना सिंह का विवाह वर्ष 2009 में अभिनेता नीरज भारद्वाज के साथ हुआ था, जो "साथ निभाना साथिया" में 'चिराग मोदी' की भूमिका में दिखाई दे चुके है।
उपासना सिंह की स्टोरी उन तमाम महिलाओं के लिए प्रेरणा है जो मूवी इंडस्ट्री में अपने सपनों को साकार करने के लिए संघर्ष करती हुई आ रही हैं। उन्होंने न केवल कास्टिंग काउच जैसी समस्याओं का भी सामना किया, बल्कि अपने अभिनय कौशल और दृढ़ संकल्प से एक कामयाब करियर भी बनाया।
उपासना सिंह छोटे और बड़े परदे से आज से नहीं बल्कि बहुत वक़्त से गायब है, कुछ समय पहले वह एक यूटूबर के साथ साक्षत्कार में भी दिखाई दे चुकी है। इस दौरान उन्होंने अपने फिल्मी करियर से जुड़ी हुई कई बातें भी बताई और साथ ही कई हैरान करने वाले खुलासे भी कर डाले है। एक्ट्रेस ने अपने कास्टिंग काउच के एक्सपिरियंस के बारे में बात करते हुए बोला है एक बार साउथ के एक फेमस निर्देशक ने अनिल कपूर के अपोजिट उन्हें कास्ट किया गया था। उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि इस मूवी को लेकर वो बेहद ही खुश थी, हालांकि ये बहुत ही ज्यादा कम समय के लिए ही था।
इतना ही नहीं एक्ट्रेस उपासना ने उस समय को याद करते हुए जानकारी दी है कि जब भी वह अपने जीवन के लिए किसी निर्देशक से मिलने के के लिए जाया करती थी, तो उनके साथ हमेशा उनकी मां या सिस्टर रहती ही थी। इतना ही नहीं इस बात को नोटिस कर लेने के पश्चात् निर्देशक ने उनसे ये बात भी पूछा था कि हर बार वो किसी के साथ यहाँ क्यों आती है। उन्होंने बताया कि एक दिन रात में तकरीबन 11।30 बजे के तकरीबन उन्हें मूवी के डायरेक्टर की कॉल आई और उन्होंने अभिनेत्री को एक होटल में सिटिंग के लिए आए हुए थे।
उपासना ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि 'उन्होंने कई बार इस बात को टालने का प्रयास भी किया है, उन्होंने निर्देशक से बोला कि वह अगले दिन स्टोरी सुन लेंगी क्योंकि उस समय उनके पास गाड़ी तक नहीं थी। फिर इस बारें में निर्देशक ने बोला है कि 'तुम सिटिंग का मतलब नहीं समझी।' उपासना ने जानकारी दी है कि वो पूरी रात को सो तक नहीं पाती थी। अगले दिन सुबह ही वह निर्देशक के ऑफिस आ गई थी, जहां उसके सेक्रेटरी ने अभिनेत्री को प्रतीक्षा करने के लिए बोला था लेकिन वह रुकी नहीं। वो ऑफिस में अंदर गई और उसे बुरा भला करने के साथ ही पंजाबी में गालियां तक दे डाली थी। जब वह वहां से बाहर निकली तो उन्हें बहुत बुरा लगा क्योंकि उन्होंने कई लोगों को जानकारी दी थी कि वह अनिल कपूर के अपोजिट काम करने वाली हैं।