लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार सुबह अयोध्या पहुंचे, जहां वह श्री राम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर भगवा ध्वज फहराने के ऐतिहासिक कार्यक्रम में शामिल हुए। अयोध्या एयरपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उनका स्वागत किया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने लगभग एक किलोमीटर लंबा भव्य रोड शो किया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने फूलों की वर्षा कर उनका स्वागत किया।
रोड शो के बाद प्रधानमंत्री सीधे संप्त मंदिर पहुंचे और वहां वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पूजा-अर्चना की। ध्वजारोहण का शुभ मुहूर्त दोपहर 11:58 बजे से 12:30 बजे के बीच रहा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत ने 10 फीट ऊँचा और 20 फीट लंबा समकोण त्रिभुजाकार ध्वज राम मंदिर पर लहराया। भगवान श्री राम के तेज और पराक्रम का प्रतीक यह ध्वज, एक दीप्तिमान सूर्य और कोविदारा वृक्ष की छवि के साथ अंकित है।
ध्वजारोहण से पहले प्रधानमंत्री मोदी और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने गर्भगृह में श्री राम दरबार के दर्शन किए और रामलला की पूजा की। यह कार्यक्रम श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पड़ाव है, क्योंकि पहली बार मंदिर के शिखर पर औपचारिक रूप से ध्वज फहराया गया। मंदिर का शिखर उत्तर भारतीय नागर शैली में निर्मित है, जबकि मंदिर परिसर के चारों ओर लगभग 800 मीटर लंबा परकोटा दक्षिण भारतीय वास्तुकला शैली में बनाया गया है। यह पूरी संरचना मंदिर की भव्यता और देश की सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक मानी जा रही है।
ध्वजारोहण के पश्चात शाम को मंदिर में पूर्णाहुति के साथ कार्यक्रम का समापन होगा। अयोध्या में इस पूरे आयोजन को लेकर भारी उत्साह है और देशभर से श्रद्धालु इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बनने पहुंचे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ श्री राम जन्मभूमि मंदिर में होने वाले ऐतिहासिक ध्वजारोहण से पहले माता अन्नपूर्णा मंदिर में पूजा-अर्चना की। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित किया।