
दिल्ली : पीएम नरेंद्र मोदी को साइप्रस यात्रा के समय उन्हें वहां की गवर्नमेंट के हाथों सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित कर किया गया है। यह सम्मान हिन्दुस्तान एवं साइप्रस के मध्य रिश्ते की मजबूती का प्रतीक कहा जा रहा है, इतना ही नहीं यात्रा के समय पीएम नरेंद्र मोदी ने साइप्रस के राष्ट्रपति निकोस क्रिस्टोडौलिडेस के साथ एक व्यापारिक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था एवं एक व्यापारिक सम्मलेन को सम्बोधित भी किया, उन्होंने अपने भाषण में “वसुधैव कुटुंबकम” की भावना का उल्लेख करते हुए इस सम्मान को हिंदुस्तान और साइप्रस के साथ साझा मूल्यों एवं आपसी समझ को समर्पित कर दिया है। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साइप्रस ने अपना सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार से नवाजा गया। 23 वर्षों में साइप्रस की यात्रा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को साइप्रस के राष्ट्रपति, निकोस क्रिस्टोडोलाइड्स ने ग्रैंड क्रॉस ऑफ द ऑर्डर ऑफ मकारियोस III से सम्मानित किया है।
खबरों का कहना है कि भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज साइप्रस से सीधे कनाडा के लिए रवाना होने वाले है, वह कनाडा में पहुंचने के बाद G-7 समिट में भाग लेंगे, कनाडा के कैननास्किस में इस समिट का आयोजन किया जा रहा है इतना ही नहीं इंटरनेशनल मंच पर पीएम मोदी कई वैश्विक नेताओं के साथ दिखाई देने वाले है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वर्ष 2015 के पश्चात कनाडा का ये प्रथम दौरा होने वाला है, प्रधानमंत्री मोदी G-7 समिट में कनाडा के पीएम मार्क कार्नी, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की एवं मैक्सिको की राष्ट्रपति क्लॉडिया शेनबॉम के साथ मुलाकात कर सकते है। इतना ही नही अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प, इटली की पीएम जॉर्जिया, जर्मनी के चांसलर फ्रेडरिक मर्ज, फ़्रांस के प्रेसिडेंट एमानुएल मैक्रों एवं ब्रिटेन के पीएम किएर स्टॉर्मर से भी पीएम मोदी मुलाकात करेंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स की मने तो कनाडा के पीएम मार्क कार्नी के इनविटेशन पर वह G-7 समिट में भाग लेने जा रहे है, दरअसल इस समिट का आयोजन आज और कल यानि 16 से 17 जून को किया जा रहा है, इंडिया G-7 का सदस्य नहीं है लेकिन कनाडा के पीएम के इनविटेशन पर भारत आउटरीच पार्टनर के रूप में समिट का भाग होने वाले है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी निरंतर छठवीं बार G-7 समिट में भाग लेने वाले है, इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस बीच समिट में भाग लेने वाले नेताओं से भी मुलाकात करने वाले है, वहीं वह इस बीच समिट से इतर कई द्विपक्षीय बैठकों में भाग लेंगे।
अब तक मिली जानकारी के अनुसार पीएम मोदी साउथ ग्लोबल की प्राथमिकताओं को उजागर करने वाले है, वहीं दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था और वैश्विक सप्लाई चेन में केंद्रीय भूमिका को देखते हुए भारत वैश्विक आर्थिक स्थिरता, जलवायु परिवर्तन और प्रौद्योगिकी जैसे कई मुद्दों पर अपनी बात रखने वाले है, इसी के साथ इंडिया और कनाडा के मध्य द्विपक्षीय संबंधों की मजबूती पर भी ध्यान केंद्रित होगा।