नई दिल्ली : नेपाल में उथल-पुथल और राजनीतिक अस्थिरता का दौर थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। इस बीच नेपाल के रामेछाप में कैदियों ने जेल से भागने का प्रयास किया, जिसके पश्चात सेना ने गोली चला दी। सेना की गोली लगने से दो कैदियों की घटना स्थल पर ही मौत हो गई। सेना से झड़प के दौरान 10 और कैदियों को भी गोली लग गई। नेपाल में सेना का नियंत्रण होने के पश्चात गोलीबारी की ये प्रथम वारदात थी। इससे पहले काठमांडू जेल ब्रेक से भागे बांग्लादेशी नागरिक को SSB ने पकड़ लिया। यह शख्स सोने की तस्करी के आरोप में 5 वर्ष से नेपाल में ही बंद था।
खबरों का कहना है कि बिहार-नेपाल सीमा के रक्सौल सीमा की सुरक्षा में लगी SSB की 47 बटालियन ने एक बांग्लादेशी नागरिक महमद अबुल हसन ढाली को गिरफ्तार कर लिया। SSB 47वीं बटालियन के कमांडेंट संजय पांडे ने इस बारें में जानकारी दी है कि नेपाल में 3 दिनों से बदले स्थिति को देखते हुए सीमा पर गश्त और भी ज्यादा बढ़ा दिया है। इतना ही नहीं बीते बुधवार यानि 10 सितंबर 2025 को लगभग 3 बजे दिन में संदेह के आधार पर एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो जांच में महमद अबुल हसन ढली ने जानकारी दी है कि यह नेपाल की राजधानी काठमांडू स्थित जेल में 5 वर्ष से कैद है और नेपाल में हुए जेल ब्रेक में भाग कर यह रक्सौल पहुंचा है, इससे आगे की कानूनी कार्यवाही के लिए हरपुर थाना को सौंप रहा है। इतना ही नहीं नेपाल में ओली सरकार के विरुद्ध चल रहे आंदोलन के दूसरे ओर तीसरे दिन नेपाल के विभिन्न जिलों से लगभग 15000 कैदी जेल से भाग गए है।