कर्नाटक के चित्रदुर्ग जिले में देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया। नेशनल हाईवे-48 (NH-48) पर हिरियूर तालुक के पास एक बस और ट्रक के बीच जबरदस्त टक्कर हो गई। टक्कर के तुरंत बाद बस में आग लग गई और वह देखते-ही-देखते आग के गोले में तब्दील हो गई। इस हादसे में अब तक 9-10 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीँ 20 से अधिक यात्री घायल बताए जा रहे हैं। घायलों का स्थानीय अस्पतालों में इलाज जारी है।
रात 2.30 से 3 के बीच हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक, यह हादसा रात करीब 2.30 से 3 बजे के बीच हुआ। बस बेंगलुरु से शिवमोगा की ओर जा रही थी और उसमें 30 से अधिक यात्री सवार थे। पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया है कि विपरीत दिशा से आ रहा तेज़ रफ्तार ट्रक अनियंत्रित होकर डिवाइडर पार कर बस की लेन में घुस गया, जिससे सीधी टक्कर हो गई। हालांकि दुर्घटना के सटीक कारणों की अधिकारिक जांच अभी जारी है। टक्कर के बाद बस के डीज़ल टैंक में आग लगने से स्थिति और भयावह हो गई। हादसा रात के समय हुआ, जब अधिकांश यात्री सो रहे थे। आग और धुएं के कारण कई यात्री बेहोश हो गए और बाहर नहीं निकल सके। वहीं कुछ यात्रियों ने सूझबूझ दिखाते हुए खिड़कियों के शीशे तोड़कर बाहर निकलकर जान बचाई।
स्थानीय लोगों की मशक्कत
स्थानीय लोगों के अनुसार, आग इतनी भीषण थी कि शुरुआती समय में कोई भी बस के पास जाने की हिम्मत नहीं कर पाया। बाद में मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड और पुलिस टीम ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। इस दर्दनाक घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा शोक व्यक्त किया है। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की सहायता देने की घोषणा की गई है। वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी हादसे पर दुख जताते हुए जांच के आदेश दिए हैं और राज्य सरकार की ओर से मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये तथा घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है।
बस ड्राइवर का बयान
इलाज करवा रहे बस ड्राइवर रफीक ने बताया, "ट्रक रोड डिवाइडर के दूसरी तरफ से आया और टक्कर मार दी। वह बहुत तेज़ स्पीड में था। उस समय मैं 60-70 की स्पीड बनाए हुए था। मैंने सामने से गाड़ी आते हुए देखा। मुझे बस इतना पता है कि उसने बस को टक्कर मारी, उसके बाद क्या हुआ और मुझे कैसे बाहर निकाला गया, मुझे कुछ नहीं पता।"