पटना : बिहार के किशनगंज से अंधविश्वास से जुड़ा एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक ने अपने तांत्रिक गुरु की मृत्यु के पश्चात उसकी कब्र खोदकर शव को बाहर निकाल लिया एवं सिर को धड़ से अलग कर अपने साथ लेकर चला गया। ग्रामीणों ने युवक को झोले में सिर लेकर जाते देखा और पकड़कर उसकी जमकर पिटाई करने के पश्चात पुलिस के हवाले कर दिया।
घटना का विवरण :
यह केस किशनगंज टाउन थाना इलाके के महीन गांव पंचायत अंतर्गत मडुआ टोली का है। जानकारी के मुताबिक, मृतक तांत्रिक ब्रिजेन राय उर्फ अलगू बाबा पश्चिम बंगाल के लाहिल क्षेत्र में रहता था और तांत्रिक क्रियाओं के लिए प्रसिद्ध था। करीब 15 दिन पहले उसकी मृत्यु हो गई थी और उसे वहीं दफना दिया गया था।
बताया जाता है कि किशनगंज निवासी 25 वर्षीय श्री प्रसाद, जो अलगू बाबा से तंत्र-मंत्र की विद्या सीखता था, अपने गुरु की मौत के बाद बंगाल जाकर कब्र की रेकी करने लगा। मौका मिलते ही उसने रात में कब्र खोदकर शव को बाहर निकाला और धारदार हथियार से उसका सिर अलग कर लिया। इसके बाद वह खोपड़ी को झोले में डालकर किशनगंज लेकर आ रहा था।
ग्रामीणों ने किया खुलासा :
इधर सुबह ग्रामीणों ने देखा कि अलगू बाबा की कब्र खुदी हुई है और शव से सिर गायब है। कुछ ही देर बाद किशनगंज में ग्रामीणों ने श्री प्रसाद को झोले में सिर ले जाते हुए देख लिया। जब लोगों ने उससे पूछताछ की तो पूरा मामला खुल गया। देखते ही देखते खबर आग की तरह फैल गई और मौके पर बड़ी संख्या में लोग जुट गए।
आरोपी हिरासत में :
जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और युवक को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के दौरान उसने बताया कि उसके गुरु के मस्तिष्क में गूढ़ तांत्रिक ज्ञान था और उसी को सिद्ध करने की नीयत से उसने यह कदम उठाया। पुलिस ने आरोपी द्वारा छिपाई गई खोपड़ी को बांस की झाड़ियों से बरामद कर लिया है।
खबरों का कहना है कि किशनगंज पुलिस अधीक्षक सागर कुमार ने बताया कि घटना पश्चिम बंगाल की है और आरोपी को आगे की कार्रवाई के लिए बंगाल पुलिस को सौंप दिया गया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है। इस घटना के बाद से इलाके में दहशत और अंधविश्वास को लेकर गहरी चर्चा का माहौल बना हुआ है।