
मौत आनी है, वो आकर रहेगी, इस सच को हम नकार नहीं सकते। कई बार ऐसा भी देखने के लिए मिलता है जहां परिवार के किसी व्यक्ति की अचानक मौत हो जाने से उसका परिवार टूट जाता है सुध बुध खो बैठता तो वहीं कई लोग ऐसे भी है जो खुद की मृत्यु से पहले ही अपने बच्चों एवं परिवार के लिए बहुत कुछ कर देते है। ताकि उन्हें जीवन में किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। ठीक ऐसी ही एक दिल को छू लेने वाली कहानी लेकर आए है जिसके बारें में सुनने के बाद आप भी भावुक हो उठेंगे।
दरअसल सोशल मीडिया पर एक औरत की चिट्ठी वायरल हो रही है, इस चिट्ठी में पत्नी ने पति की दुर्घटना के पश्चात क्या क्या उसने क्या सीखा इस बारें में सभी बातें उसने विस्तार से साझा की है, उसने लिखा है कि 'हम हमेशा मानते हैं कि हम हमेशा जीने वाले है।' बुरी घटनाएँ हमेशा दूसरों के साथ होती हैं। लेकिन जब वही दुर्घटना हमारे सिर पर आ गिरता है, तब हमे समझ आता है कि जिंदगी किसी की भी निश्चित नहीं है या हमेशा के लिए नहीं है। उसने अपनी चिट्ठी में बताया कि मेरे पति एक IT प्रोफेशनल थे और मैं चार्टर्ड अकाउंटेंट। लेकिन आप यही सोच रहे होंगे कि ये बेस्ट जोड़ी कैसे हो सकती है, लेकिन ये सच है।
महिला ने अपनी पोस्ट में आगे लिखते हुए कहा है कि मेरे पति टेक्निकल थे, तो उनकी जिंदगी की हर चीजें उनके लैपटॉप में थी - उनकी "टू-डू लिस्ट", ई-बिल्स, बैंक स्टेटमेंट्स, यहाँ तक कि उन्होंने "IMPWDS" नाम का एक फ़ोल्डर तक बनाया हुआ था, जिसमें उनके सारे लॉगिन आईडी एवं उनके सभी पासवर्ड्स थे। यहाँ तक कि लैपटॉप पर भी उन्होंने पासवर्ड लगाया हुआ था। सभी पासवर्ड्स अल्फ़ान्यूमेरिक और स्पेशल कैरेक्टर्स वाले थे - यानी तोड़ना नामुमकिन।
वायरल हो रही पत्नी की चिट्ठी में बताया कि उसके पति की एक्सीडेंट में मौत हो गई थी, मृतक की आयु महज 33 वर्ष थी, हादसे में लैपटॉप और मोबाइल दोनों ही बुरी तरह से टूट गए, लेकिन ये तो उनके लिए केवल शुरुआत ही थी, कपल की शादी के 9 वर्ष के बाद भी उन्हें कोई संतान नहीं थी, बस वे दोनों ही अकेले थे। पति के जाने के बाद अब वह अकेली हो गई थी।
हैरान परेशान करने वाली बात तो ये थी कि महिला के पति के किसी भी बैंक खाते में कोई भी प्रकार का नॉमिनेशन नहीं था। लेकिन बीमा में मृतक ने अपनी माँ को नॉमिनी बनाया था, लेकिन उनका देहांत भी दो वर्ष पहले ही हो गया था। उन्होंने जो घर EMI पर लिया था, अब सर पर रखा हुआ एक बोझ बन चुका था। लेकिन पति-पत्नी ये कभी नहीं सोचा था कि ऐसा कुछ हो जाएगा और एक व्यक्ति की आय बंद हो जाएगी।
लेकिन पत्नी के लिए परेशानी बढ़ गई वह जहां भी जाती एक ही सवाल किया जाता, मृत्यु प्रमाणपत्र, एफआईआर, पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट! सभी सरकार दफ्ताओं में ढेरों फ़ॉर्म, इन्डेम्निटी बॉन्ड, नोटरी, गवाह, सहमति-पत्र!! तब उसे मालूम पड़ा कि बाइक, कार, जमीन, घर ये सब अलग-अलग "संपत्तियाँ" हैं। पत्नी के लिए ये सब मैनेज करना जैसे बाइक को ट्रांसफर करवाना। गैस कनेक्शन, बिजली मीटर, घर, वाहन, निवेश, को खुद के नाम पर करवाना बेहद ही कठिन था !! पत्नी का ये मानना था कि यदि वह CA होते हुए भी इतना परेशान है तो वह यदि एक हाउस वाइफ होती तो उसका क्या होता
तभी उसके किसी दोस्त ने उसे बताया कि "अब तुम अकेली हो, तुम्हारे नाम पर अगर कोई वसीयत नहीं है, तो बाकी रिश्तेदारों का भी दावा होगा"। अब मुझे एहसास हुआ कि एक वसीयत (Will) बनाना कितना ज़रूरी है। कुछ महीने पहले यह सब सुनकर मैं हँस देती, पर अब ज़िंदगी ने करवट ले ली थी।
इसलिए इन सभी हादसों और घटनाओं को ध्यान में रखते हुए हर एक इंसान को कुछ चीजें अपने करियर की शुरुआत में ही कर लेना चाहिए, जैसे कि :-
1. नामांकन (Nomination) जाँचे :