लखनऊ : समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गुरुवार यानि 25 सितंबर 2025 को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने इल्जाम लगाया कि केंद्र एवं राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकारें अमेरिका द्वारा लगाए गए नए टैरिफ से व्यापारियों को हो रहे नुकसान की अनदेखी कर रही हैं और विकास के नाम पर किसानों की जमीन ‘छीनने’ का कार्य भी कर रहे है।
ट्रेड शो और व्यापारियों की चिंता :
खबरों का कहना है कि अखिलेश यादव ने ग्रेटर नोएडा में चल रहे यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो का जिक्र करते हुए कहा है कि सरकार केवल प्रचार-प्रसार पर ध्यान दे रही है। उन्होंने इस बारें में कहा है कि, “अमेरिका ने हाल ही में टैरिफ लगाया है। ‘वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट’ योजना का खूब प्रचार किया गया, लेकिन जिन कारोबारियों को टैरिफ से नुकसान हो रहा है, उनके लिए सरकार ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है।”
किसानों से अधिकार छीनने का आरोप :
सपा प्रमुख ने इल्जाम लगाया कि भारतीय जनता पार्टी सरकार ने नोएडा की पंचायतों से अधिकार छीन लिए हैं, जिससे गांवों का विकास प्रभावित हो रहा है। उन्होंने अपनी बात को आगे कहा है कि “नोएडा आज कारोबार की वजह से तरक्की कर रहा है, लेकिन अगर किसानों के साथ धोखा होगा तो यह विकास नहीं माना जा सकता। समाजवादी पार्टी भविष्य में किसानों की सभी मांगों को पूरा करने के लिए उनके साथ खड़ी होने वाली है।”
किसानों को बाजार मूल्य दिलाने का वादा :
खबरों का कहना है कि अखिलेश यादव ने भरोसा दिलाया कि किसानों को उनकी जमीन का सही मूल्य दिलाने के लिए सपा काम करेगी। उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है “भविष्य में सर्किल रेट बढ़ाकर किसानों को बाजार मूल्य दिलाया जाने वाला है। भाजपा सरकार कानून की परवाह किए बिना किसानों पर दबाव डाल रही है, झूठे मुकदमे दर्ज कर रही है और डरा-धमकाकर जमीन ले रही है। हम इस सिलसिले का कड़ा विरोध करते हैं।”
प्रदूषण का मुद्दा भी उठाया :
सपा अध्यक्ष ने वाराणसी और आंबेडकर नगर में सीवेज एवं बायोमेडिकल ट्रीटमेंट प्लांट की वजह से फैल रहे प्रदूषण का भी मुद्दा उठाया। उन्होंने ये भी कहा है कि लोगों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक और प्रभावी उपाय अपनाने की आवश्यकता है।
कनेक्टिविटी का वादा :
अखिलेश यादव ने यह भी ये कहा है कि उनका प्रयास होगा कि भविष्य में लोगों को नोएडा से लखनऊ तक पहुंचने में पांच से साढ़े पांच घंटे से अधिक समय न लगे।