
तेहरान: ईरान पर अटैक करने के लिए निकले अमेरिका का एक बी-2 बॉम्बर अभी तक अपने अड्डे पर वापस नहीं आया, इस विमान को लेकर के कई तरह से अनुमान लगाए जाने लगे है, इतना ही नहीं विमान को लेकर अमेरिका के रक्षा मंत्रालय ने कोई भी साफ़ बात नहीं बताई, लेकिन बीते दिन यानि 23 जून 2025 को पेंटागन ने ये बोला था कि अमेरिका के बी-2 स्टील्थ बॉम्बर्स "ऑपरेशन मिडनाइट हैमर" के अंतर्गत ईरान के परमाणु साइट को टारगेट बनाकर अटैक करने के पश्चात अमेरिका की धरती पर वापस आ चुके है, इतना ही नहीं ये लड़ाकू विमान मिसौरी में व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस के समीप ही उतरे है. लेकिन अब तक एक भी बी-2 बॉम्बर के बारें में कोई भी जानकारी नहीं मिली है.
खबरों का कहना है कि 21 जून 2025 को मिसौरी के व्हाइटमैन एयर फोर्स बेस से बी-2 स्पिरिट बॉम्बर्स के दो ग्रुप्स ने साथ उड़ान भरी, इतना ही नहीं पहले ग्रुप में अज्ञात संख्या बी-2 विमानों का एक अन्य ग्रुप ईरानी परमाणु स्थलों पर भारी बमबारी करके उड़ा दिया.
इतना ही 7 बी-2 विमानों के दूसरे समूह ने ईरानी परमाणु स्थलों फोर्डो एवं नतांज पर बड़ी मात्रा में बमबारी की, इतना ही नहीं इन विमान ने 14 GBU-57 MOP बंकर बस्टर बम गिरा दिए, इस अटैक में दोनों ही प्लांट पूरी तरह से बर्बाद हो गए, इसके पश्चात 37 घंटे तक बगैर रुके उड़ान भरने के पश्चात ये विमान अपने मूल बेस पर वापस आ गए.
कुछ रिपोर्ट्स का इस बारें में कहना है कि बी-2 विमानों के पहले ग्रुप के बातें में अभी तक कोई भी खबर सामने नहीं आई है. इस तरह के विमानों का उद्देश्य ईरानियों को परेशान करना था. अब खबरें आ रही है कि इस ग्रुप में जुड़े कम से कम एक बी-2 ने होनोलुलु में डैनियल के. इनौये इंटरनेशनल एयर पोर्ट पर एमर्जेन्सी लैंडिंग करवाई गई, इनौये एयरपोर्ट हवाई में हिकम एयर फ़ोर्स बेस के पास बसा हुआ है.
इतना ही नहीं जब अमेरिका ने ईरान के परमाणु अड्डों पर अटैक किया था , वहीं कई ईरानी सोशल मीडिया अकाउंट ने दावा करते हुए कहा था कि ईरान ने अमेरिका के एक विमान को मार गिराया. हालांकि ट्रंप और अमेरिकी वायुसेना ने इस दावे को खारिज किया था.
खबरों का कहना है कि इस बी-2 बॉम्बर के बारें में एक रिपोर्ट्स सामने आई थी कि एयर फाॅर्स ग्लोबल स्ट्राइक कमांड के मदिअ ऑपरेशन के हेड चार्ल्स हॉफमैन ने हवाई में बी-2 बॉम्बर के बारें में सवाल किए जाने पर जानकारी दी है कि "हम सेना, विमान की आवाजाही, तैनाती या पोस्चरिंग पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे."
इतना ही नहीं अमेरिका द्वारा इस लैंडिंग को लेकर अब तक कोई भी खास जानकारी हाथ नहीं आई है, लेकिन इस प्लेन को इमरजेंसी लैंडिंग की आवश्यकता किस वजह से पड़ी? एवं अब तक ये हवाई में ही क्यों था.
इस बारें में चार्ल्स हॉफमैन ने आगे बोला है कि "एयर फोर्स ग्लोबल स्ट्राइक कमांड संयुक्त राज्य अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा चुने गए समय पर कहीं भी वैश्विक अटैक करने की क्षमता है. हमारी सेनाएं हमेशा अकेले काम करने या हमारे कई सहयोगियों और भागीदारों के साथ पूरी तरह से एकीकृत होने के लिए."
खबरों का कहना है कि बी-2 बमवर्षकों को भारी रखरखाव की जरूरत है, ये विमान अपने करियर के आखिरी पड़ाव में है USAF बी-2 बेड़े का अधिकांश भाग लगभग 3 दशकों पुराना कहा जा रहा है, इन विमानों के स्थान पर नए बी-21 रेडर स्टील्थ लेने वाले है. इतना ही नहीं अमेरिका ने केवल 21 बी-2 बॉम्बर ही बनाएं थे, इस से केवल 19 बॉम्बर विमान रह गए है, जबकि 2 विमान हादसे का शिकार हो चुके है.