ब्लैक बॉक्स के डाटा रिकवरी का काम कर रहा अमेरिका, जल्द ही सामने आएगा सच

12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के हादसे की जाँच में नया मोड़ सामने आया है, इस हादसे में मिले ब्लैक बॉक्स का डाटा रिकवर करने के लिए अमेरिका भेजा गया है ताकि हादसे के वक़्त की जानकारी मिल सके.

ब्लैक बॉक्स के डाटा रिकवरी का काम कर रहा अमेरिका, जल्द ही सामने आएगा सच

अहमदाबाद विमान हादसे में मिले ब्लैक बॉक्स की जाँच कर रहा अमेरिका

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Highlights

  • ब्लैक बॉक्स की जांच कर रहा अमेरिका।
  • गुजरात के अहमदाबाद में एयर इंडिया का विमान क्रैश।
  • ब्लैक बॉक्स में रिकॉर्ड होती है कॉकपिट और यात्रियों की सारी बातें।

अहमदाबाद : बीते 12 जून 2025 को गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया के विमान बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर के हादसे की कार्रवाई में बड़ा अपडेट भी सामने आ चुका है, अब ये भी कहा जा रहा है कि एयर इंडिया के बोइंग  787-8 ड्रीमलाइनर (फ्लाइट AI-171) के 'ब्लैक बॉक्स'  को भारी हानि पहुंची, कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि डेटा रिकवरी की प्रोसेस को बनाए रखने के लिए इसे अमेरिका भेजा जाने वाला है। दरअसल इस संबंध में लास्ट फैसला इंडियन गवर्नमेंट के द्वारा ही लिया जाने वाला है, यदि ब्लैक बॉक्स वॉशिंगटन DC में बसे हुए नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड के पास भेजा जाता है , इतना ही नहीं इंडियन ऑफिसर की टीम भी उसी के सतह ही जाने वाली है दरअसल ये काम इंटरनेशनल प्रोटोकॉल के नियम का पालन जरुरी है। 

क्या होता है 'ब्लैक बॉक्स'? : 

ब्लैक बॉक्स असल में दो चीजों के साथ मिल बना हुआ होता है कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर (CVR) और फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर (FDR), इतना ही नहीं एक रिकॉर्डर  पायलटों की वार्तालाप को रिकॉर्ड करने का काम करता है एवं दूसरा वाला उड़ान के साथ जुड़ी तकनीकों से डाटा जमा  करने का काम करता है, ये हादसे की जांच में खास रोल अदा करता है। 

FDR एवं CVR की कपैसिटी : 

दरअसल CVR कॉकपिट की वार्तालाप  बैकग्राऊंड की आवाज़, एयर ट्रैफिक नियंत्रण से रेडियो सम्पर्क एवं चेतावनी के संकेतों की रिकॉर्डिंग करने का काम करता है,  इतना ही नहीं AI 171 विमान 2014 में डिलीवर कर दिया गया था, जब CVR की ज्यादातर रिकॉर्डिंग सीमा 2 घंटे रहीं। इतना ही नहीं एफडीआर हजारों उड़ान से संबंधित पैरामीटर को रिकॉर्ड करने का काम करता है, वहीं आधुनिक विमानों में यह 25 घंटे तक डेटा स्टोर करने का काम करता है।

कैसे हुआ हादसा? :

खबरों का कहना है कि Air India Ai 171 ने 12 जून 2025 दोपहर 1:39 बजे के पास गुजरात के अमहदाबाद से लंदन के लिए उड़ान भरी थी, उड़ान भरने के लगभग 36 सेकंड के पश्चात ही कॉकपिट से संकट संदेश (MAYDAY) भेजने लगा, जो अहमदाबाद ATC को मिला  इसके कुछ समय के पश्चात रेडियो पूरी तरह से टूट गया, 1:40 बजे विमान सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय एयर पोर्ट से कुछ ही दूर, मेघानीनगर स्थित बीजे मेडिकल कॉलेज के छात्रावास परिसर में हादसे का शिकार हो गया। इस दुर्घटना में 242 यात्रियों में से केवल एक शख्स की ही जान बच पाई।

क्या है आखिर जांच केंद्र में : 

खबरों का कहना है कि नागरिक उड्डयन मंत्रालय एवं अन्य कार्रवाई हादसे के आखरी पलों  की विस्तार को फिर से क्रिएट करने का काम कर रही है। CVR से संकट संदेश एवं कॉकपिट में कप्तान सुमित सभरवाल और प्रथम अधिकारी क्लाइव कुंदर के मध्य हुई वार्तालाप की पुष्टि होने का अनुमान है, पायलट की स्थिति, अलार्म पर टिप्पणी एवं आखिरी पलों के फैसलों का हो सकेगा। 

कब मिला था ब्लैक बॉक्स :

हादसे के 28 घंटों के पश्चात ब्लैक बॉक्स को ढूंढा जा चुका है, ये आमतौर पर ऑरेंज रंग का ही होता है, इसका रंग ऑरेंज होने की पीछे की वजह ये है कि इसे मलबे में आसानी से खीज सके, तकनीकी विशेषज्ञों का मानना है कि इस बॉक्स से प्राप्त डेटा इस त्रासदी की सटीक वजह जानने में निर्णायक साबित हुआ ।

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