मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट देश का पहला हाई-स्पीड रेल प्रोजेक्ट है, जिसकी गति अब और भी तेज हो चुकी है। वर्ष 2027 तक सूरत से बिलीमोरा के बीच बुलेट ट्रेन चलाने की योजना पर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। इसी क्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहली बार इस मेगा प्रोजेक्ट का ग्राउंड निरीक्षण करेंगे। पीएम 15 नवंबर को सूरत के अंत्रोली में बन रहे हाई-स्पीड बुलेट रेल स्टेशन का दौरा करेंगे और प्रोजेक्ट की प्रगति की समीक्षा करेंगे।
तीन स्तरों पर बनेगा आधुनिक स्टेशन :
अंत्रोली स्टेशन को तीन स्तरों भूतल, कॉनकोर्स और रेल लेवल पर तैयार किया जा रहा है। भूतल पर पार्किंग, पिक-एंड-ड्रॉप वे, सुरक्षा जांच, लिफ्ट और एस्केलेटर जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी। कॉनकोर्स लेवल पर यात्रियों के लिए प्रतीक्षा लाउंज, टिकट काउंटर, शौचालय और कियोस्क बनाए जा रहे हैं। रेल लेवल पर हाई-स्पीड प्लेटफॉर्म और ट्रैक का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। अधिकारियों के अनुसार, स्टेशन का सिविल कार्य समाप्त हो गया है और अब फिनिशिंग, इंटीरियर डेकोरेशन, लाउंज, लिफ्ट और अन्य सुविधाओं का कार्य अंतिम चरण में है।
पर्यावरण-अनुकूल ‘ग्रीन बिल्डिंग’ :
अंत्रोली बुलेट ट्रेन स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग मानकों के अनुरूप डिजाइन किया गया है। यहां वर्षा जल संचयन, कम जल खपत वाले फिटिंग्स, प्राकृतिक वेंटिलेशन और स्काई लाइट की व्यवस्था की गई है। स्टेशन के बाहरी और आंतरिक डिजाइन में सूरत के हीरा उद्योग की झलक दिखाई देगी, जिससे यह न सिर्फ एक परिवहन केंद्र बल्कि शहर की पहचान का प्रतीक भी बनेगा।
बेहतर कनेक्टिविटी :
यह स्टेशन सूरत-बारडोली रोड के पास स्थित है और कई परिवहन साधनों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है। प्रस्तावित मेट्रो स्टेशन मात्र 280 मीटर की दूरी पर है। BRTS बस स्टॉप 330 मीटर, सूरत रेलवे स्टेशन 11 किलोमीटर, सिटी बस स्टैंड 10 किलोमीटर, और चलथान रेलवे स्टेशन 5 किलोमीटर दूर है। इससे यात्रियों को अन्य परिवहन माध्यमों तक आसान पहुंच मिलेगी।
2027 तक सूरत–बिलीमोरा के बीच ट्रायल रन :
अहमदाबाद-मुंबई हाईस्पीड रेल कॉरिडोर की कुल लंबाई 508 किलोमीटर है। इस प्रोजेक्ट का शिलान्यास 14 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जापान के तत्कालीन प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने किया था। कोविड-19 महामारी के कारण कार्य में देरी हुई, लेकिन फरवरी 2021 से निर्माण कार्य ने गति पकड़ ली।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) लगातार इस प्रोजेक्ट की प्रगति की निगरानी करता आ रहा है। अब पीएम मोदी स्वयं सूरत पहुंचकर प्रोजेक्ट की समीक्षा करेंगे। अनुमान है कि वर्ष 2027 तक सूरत से बिलीमोरा के बीच बुलेट ट्रेन का ट्रायल रन शुरू कर दिया जाएगा। इस हाईस्पीड रेल नेटवर्क का अधिकांश हिस्सा गुजरात में तैयार हो रहा है, जबकि महाराष्ट्र में इसका निर्माण कार्य अभी जारी है। प्रधानमंत्री की यह यात्रा न केवल इस ऐतिहासिक प्रोजेक्ट की प्रगति का संकेत देगी, बल्कि भारत को हाई-स्पीड रेल के नए युग में प्रवेश कराने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी होगी।