पटना : बिहार विधानसभा चुनाव में यूपी के सीएम योगी आदित्यानथ की एंट्री से माहौल में अब गर्मी और भी ज्यादा बढ़ गई है। आज यानि गुरुवार 16 अक्टूबर 2025 को दानापुट सीट पर भारतीय जनता पार्टी उम्मदीवार रामकृपाल यादव के नामांकन के समय मुख्यमंत्री योगी मौजूद थे। इसके पश्चात मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जनता को संबोधित किया जिससे माहौल और भी ज्यादा खास बन गया। मंच पर मुख्यमंत्री योगी की मौजूदगी से लोगों का जोश देखने काबिल था।
दानापुर में मुख्यमंत्री योगी का चुनावी शंखनाद :
रिपोर्ट्स की माने तो दानापुर में जैसे ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहुंचे, उन्हें देखने और सुनने के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। भारी भीड़ के मध्य योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले जनता का आभार व्यक्त किया एवं कहा कि “दानापुर की अपनी एक ऐतिहासिक पहचान है, यह भारत के महान गणितज्ञ आर्यभट्ट की जन्मभूमि है।” उनके इस वक्तव्य पर तालियों की गूंज ने माहौल को और भी ज्यादा वास्तविक बना दिया।
बिहार में मुख्यमंत्री योगी की महानता का सम्मान :
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने संबोधन में बिहार के गौरवशाली इतिहास को भी याद किया। उन्होंने इस बारें में कहा है कि यही वह भूमि है जिसने आचार्य कौटिल्य, चंद्रगुप्त मौर्य एवं सम्राट अशोक महान जैसे महापुरुषों को भी जन्म दे दिया है। यही नहीं, यह इलाके गुरु गोविंद सिंह जी की पवित्र जन्मभूमि के रूप में भी पहचाना जाता है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगे कहा है कि यूपी एवं बिहार का रिश्ता सिर्फ एक संबंध नहीं है, एक साझी विरासत है। एक आत्मा का संबंध है, एक संस्कृति का संबंध है एवं एक संकल्प का भी संबंध है। यह संबंध उसी प्रकार से अटूट है जैसे भगवान राम एवं मां जानकी का संबंध बेहद ही खास और अटूट था। डबल इंजन की सरकार बिहार में फिर से स्थापित होनी चाहिए एवं डबल इंजन सरकार के नेतृत्व में बिहार की विकास गति तेजी से आगे बढ़ती हुई नजर आ रही है। जो कार्य बीते 20 वर्षों में नीतीश कुमार के नेतृत्व में NDA की सरकार ने किया है, वह गति इसी प्रकार से बनी रहे, इसके लिए अपने बिहार के बहनों-भाईयों का आह्वान करने के लिए आज मैं यहां आया हूं।
सीएम योगी ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि, "1990 से 2005 तक बिहार का जंगलराज एवं परिवारवाद कौन नहीं पहचानता। आपने देखा होगा कि वो कौन लोग थे जिन्होंने बिहार की आध्यात्मिक ज्ञानभूमि को परिवारवाद एवं अपराध की भूमि बनाकर, हमारे नौजवानों के सामने पहचान को बर्बाद करते थे। यहां विकास के नाम पर किस प्रकार की अराजकता फैला दी थी यह बात भी किसी से छिपा नहीं है... इसलिए बीते 20 साल में बिहार को उस कलंक से मुक्त करने का कार्य NDA की सरकार ने जिस प्रभावी ढंग से पूर्ण किया है। आज बिहार में डबल इंजन की सरकार उसे और प्रभावी ढंग से आगे बढ़ाने के लिए फिर से आह्वान करने के लिए आगे आई है।"
आखिर में जब मुख्यमंत्री योगी का भाषण समाप्त हुआ तो पूरा पंडाल "जय श्रीराम" और "भारत माता की जय" के नारों से गूंज उठा। इतना ही नहीं दानापुर की यह सभा न सिर्फ राजनीतिक रैली थी, बल्कि बिहार की सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत का एक जीवंत प्रदर्शन भी बन चुकी है।
दानापुर में रीतलाल यादव को चुनौती देंगे रामकृपाल यादव :
दानापुर में मुख्यमंत्री योगी के प्रवेश को बहुत ही महत्वपूर्ण बताया जा रहा है। रामकृपाल यादव को बाहुबली रीतलाल यादव चुनौती देने वाले है। वहीं सीएम योगी को कानून व्यवस्था के लिए भी पहचाना जाता है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी की तरफ से रीतलाल यादव को संदेश देने का प्रयास किया है।
बिहार में सीएम योगी करेंगे 20 से अधिक रैली :
भारतीय जनता की योजना के मुताबिक योगी आदित्यनाथ आने वाले दिनों में बिहार में 20 से अधिक चुनावी रैलियां करने वाले है। पार्टी के सूत्रों का इस बारें में कहना है कि योगी की लोकप्रियता एवं उनकी सख्त छवि को देखते हुए बिहार के कई प्रत्याशी उनके प्रचार की अपील कर रहे है। खासकर उन सीटों पर, जहां मुकाबला त्रिकोणीय या चौकोणीय भी हो सकता है, इतना ही नहीं सीएम योगी का चेहरा भारतीय जनता पार्टी के लिए वोट जुटाने वाला फैक्टर साबित हो सकता है।
राजनीतिक पंडितों का इस बारें में कहा है कि सीमांचल की रैलियों के पीछे भारतीय जनता पार्टी का मकसद केवल वोट बैंक मजबूत करना नहीं, बल्कि एक बड़ा संदेश देना है कि पार्टी अपने वैचारिक एजेंडे से पीछे नहीं हट रही।