नई दिल्ली : लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के हालिया बयानों एवं इल्जामों को लेकर राजनीतिक माहौल में गर्मी बढ़ती ही जा रही है. भारतीय जनता पार्टी ने राहुल गांधी पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि वे बार-बार बेबुनियाद इल्जाम लगाकर लोकतंत्र को कमजोर करने का प्रयास कर रहे है.
भाजपा नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने राहुल गांधी के इल्जामों पर जवाब देते हुए कहा कि जब राहुल गांधी से अपने इल्जामों को साबित करने के लिए बोला जाता है तो वे पीछे हट जाते हैं एवं शपथ पत्र देने तक से मुकर जाते हैं. अनुराग ठाकुर ने इस बारें में कहा है कि “बार-बार आरोप लगाना, फिर माफी मांगना एवं कोर्ट से फटकार खाना, यही राहुल गांधी का राजनीतिक स्टाइल बन गया है.”
चुनाव आयोग का भी इस केस में रुख साफ है. आयोग का इस बारें में कहना है कि बिना किसी व्यक्ति की बात सुने उसके वोट को खारिज नहीं किया जा सकता. आयोग ने इस पूरे प्रकरण की जांच के आदेश दिए हैं और संबंधित जानकारी जैसे मोबाइल नंबर व आईपी एड्रेस भी मुहैया कराए हैं. भाजपा ने सवाल उठाया कि जब आयोग ने यह जानकारी कांग्रेस शासित राज्यों की सीआईडी को दी, तो वहां की एजेंसियों ने क्या कार्रवाई की?
राहुल गांधी के आरोपों को खारिज करते हुए अनुराग ठाकुर ने कहा कि राहुल गांधी जिस विधानसभा सीट पर वोट गड़बड़ी का इल्जाम लगा रहे हैं उस विधानसभा सीट पर 2023 में कांग्रेस उम्मीदवार जीते थे, अगर राहुल गांधी के इल्जाम सही हैं तो क्या वह सीट भी वोट चोरी से जीती थी? राहुल गांधी ने अपना हाइड्रोजन बम अपने ऊपर ही फोड़ लिया है. साथ ही, भारतीय जनता पार्टीने यह भी कहा कि राहुल गांधी खुद कह चुके हैं कि वे लोकतंत्र बचाने नहीं आए हैं, तो क्या उनका इरादा लोकतंत्र को बर्बाद करने का है?
भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ताओं का कहना है कि राहुल गांधी बार-बार देश की तुलना बांग्लादेश और नेपाल से करके भारत की लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि राहुल गांधी कहीं देश के घुसपैठियों को बचाने की कोशिश तो नहीं कर रहे, और क्या इसके जरिए वे एससी, एसटी और OBC वर्ग के वोटों को प्रभावित करने की कोई साज़िश रच रहे हैं. इतना ही नहीं वहीं, राहुल गांधी लगातार चुनाव आयोग और सरकार पर चुनावी प्रक्रिया में गड़बड़ियों के इल्जाम लगाते आए हैं. उनका कहना है कि लोकतंत्र पर हमला हो रहा है और विपक्ष की आवाज़ दबाई जा रही है.