नई दिल्ली : बीते दिन 8.8 तीव्रता के भूकंप के पश्चात बुधवार तड़के रूस के कुरील द्वीप समूह एवं जापान के बड़े उत्तरी द्वीप होक्काइडो के तटीय क्षेत्रों में सुनामी आई। होनोलूलू में बीते मंगलवार यानि 29 जुलाई 2025 को सुनामी चेतावनी सायरन बजने लग गए और लोगों को ऊँची जगहों पर पहुंचने के लिए बोला गया। इतना ही नहीं जापान मौसम विज्ञान एजेंसी ने जानकारी दी है कि लगभग 30 CM ऊंची पहली सुनामी लहर होक्काइडो के पूर्वी तट पर नेमुरो पहुंच गई। वहीं स्थानीय गवर्नर वालेरी लिमारेंको का इस बारें में कहना है कि, पहली सुनामी लहर प्रशांत महासागर में रूस के कुरील द्वीप समूह की मुख्य बस्ती सेवेरो-कुरीलस्क के तटीय इलाके में आ गई। खबरों का कहना है कि आस पास के इलाकों में रहने वाले लोग पूरी तरह से सुरक्षित है। फिर से लहर आने का खतरा तलने तक वह ऊंचे स्थानों पर ही रहने वाले है।
खबरों की माने तो प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने जानकारी दी है कि हवाई, चिली, जापान एवं सोलोमन द्वीप समूह के कुछ तटीय इलाकों में ज्वार स्तर से 1 से 3 मीटर ऊंची लहरें उठने का अनुमान लगाया जा रहा है। रूस एवं इक्वाडोर के कुछ तटीय क्षेत्रों में 3 मीटर से भी ऊंची लहरें उठने का अनुमान है। इतना ही नहीं रूस की समाचार एजेंसी ने भूकंप के केंद्र के पास सबसे बड़े शहर पेट्रोपावलोव्स्क-कामचत्स्की से जानकारी दी है कि डरे-सहमे लोग लोग सड़कों पर निकल चुके है। कई बिना जूतों या कपड़ों के सड़कों पर ही नजर आ रहे है।
भूकंप की वजह से घरों के अंदर अलमारियां गिरी, शीशे टूटे, कारें सड़क पर बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुई और इमारतों में कांपती हुई दिखाई दी। तास ने कामचटका इलाके की राजधानी में बिजली गुल होने और मोबाइल फोन सेवा ठप होने की भी जानकारी सामने आई है। एक स्थानीय रूसी अधिकारी के हवाले से जानकारी दी है कि सखालिन द्वीप के निवासियों को बाहर जाने एवं सुरक्षित स्थानों पर जाने एवं आपातकालीन सेवाएं पूरी क्षमता से कार्य कर रही हैं।
खबरों की माने तो अलास्का स्थित राष्ट्रीय सुनामी चेतावनी केंद्र ने अलास्का अल्यूशियन द्वीप समूह के कुछ हिस्सों के लिए सुनामी की चेतावनी जारी की है। वहीं वाशिंगटन, कैलिफोर्निया, ओरेगन एवं हवाई समेत पश्चिमी तट के कुछ भागों के लिए भी चेतावनी जारी कर दी है। इस चेतावनी में अलास्का के तटरेखा के एक बड़े भाग को भी शामिल किया गया है, जिसमें पैनहैंडल के कुछ भाग भी जुड़ चुके है।
कब और कैसे आती है सुनामी? :
इस बारें में कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि धरती के कांपने का मानक या भूकंप की गति 7.5 से 7.8 के मध्य में पहुंचते ही सुनामी की चेतावनी जारी की जाती है। समुद्र में आए भूकंप के पश्चात भी सुनामी की चेतावनी जारी कर दी जाती है। ऐसे ही 7.6 से 7.8 तीव्रता के भूकंप से ऊंची-ऊंची लहरें उठती हुई दिखाई दे सकती है। 7.8 से अधिक का भूकंप आने पर स्थानीय रूप से सुनामी देखने के लिए मिल सकती है। इससे भारी हानि हो सकती है।