
भोपाल : मध्य प्रदेश पुलिस मुखिया डीजीपी कैलाश मकवाणा इन दिनों चुन-चुनकर अपने बेलगाम खाकी धारियों पर कार्रवाई कर नकेल कस रहे हैं। जिन खाकी के कलाकारों को इस बात का गुमान था कि उनकी कारगुजारी, उनके मुखिया तक नहीं पहुंचेंगी लेकिन इसके विपरीत न केवल डीजीपी ऐसे पुलिस कर्मियों को दंडित कर जनता के सामने खाकी की छवि को चमका रहे हैं बल्कि अच्छा काम करने वाले पुलिसकर्मियों को सम्मानित भी कर रहे हैं। जैसा कि पीएम के कार्यक्रम में हाल ही में देखने को मिला जहां एक टीआई ने दिव्यांग शख्स कि मदद के लिए उसे गोद में लेकर पहुंचा था।
कुल जमा बात ये है कि डीजीपी साहब यह संदेश प्रदेश के उन सभी पुलिसकर्मियों को साफ-साफ दे रहें हैं कि उन सभी पर, उनकी निगाहें है। सभी की कुंडली उनके पास मौजूद है। यानी डीजीपी का संदेश साफ है कि, कायदे में रहोगे तो फायदे में रहोगे।
पुलिस मुखिया की इस कार्रवाई से प्रदेश की जनता में भी खाकी के प्रति विश्वास बढता दिख रहा है। जिसके लिए जरूरत है सोशल मीडिया, प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से आने वाली खबरों पर कार्रवाई की। अगर बड़े साहब अपने जिले के कप्तानों से फोन कर छोटे-बड़े मामलों की थोड़ी सी भी जानकारी इकट्ठा करेंगे तो आगे आने वाले समय में सौ के साठ करने वाले खाकीधारी भी लाइन लेंथ में नजर आएंगे।