पटना : जन सुराज अभियान के संरक्षक प्रशांत किशोर ने बेतिया में चुनावी रैली के समय पीएम मोदी, गृहमंत्री अमित शाह एवं बिहार के विपक्षी नेता तेजस्वी यादव पर कठोर इल्जाम लगाए. उन्होंने केंद्र एवं राज्य दोनों पक्षों पर जनता के साथ वादाखिलाफी करने और भ्रष्टाचार करने का भी इल्जाम लगाया है.
छठ पर ट्रेनों के संचालन को लेकर साधा निशाना :
प्रशांत किशोर ने इस बारें में कहा है कि मोदी ने बिहार के लिए छठ पर 12 हजार ट्रेनों का वादा भी किया था, लेकिन आज बिहार के बच्चे देशभर के स्टेशनों पर लाठी एवं धक्का खा रहे हैं. उन्हें ट्रेन की सीढ़ियों व शौचालय में बैठकर सफर करने के लिए मजबूर होना पड़ गया. इतना ही नहीं उनका तर्क था कि वादे हवा-हवाई रहे एवं जनता को वास्तविक लाभ नहीं मिल पाया.
अमित शाह पर इल्जाम लगाते हुए उन्होंने इस बारें में कहा है कि उम्मीदवार लूटने का नया काम करना शुरू कर दिया है. हमारे 3-4 उम्मीदवार पूरी तरह से लूट लिए गए है. हालांकि गोपालगंज में एक उम्मीदवार को सूद सहित वापस किया. वहीं प्रशांत किशोर ने इसे लोकतंत्र के लिए खतरनाक कहा है. साथ ही स्थानीय स्तर पर दल-बदली व जातिगत राजनीति पर भी उन्होंने प्रश्न भी उठाया.
तेजस्वी यादव को किया टारगेट :
प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रशांत किशोर ने विपक्षी नेता तेजस्वी यादव को भी टारगेट कर दिया है. उन्होंने इस बारें में कहा है कि थोड़े दिन के पश्चात तेजस्वी यादव बोलेंगे कि ‘हमें सीएम भी बना दीजिए, हम बिहार को सोने की लंका बना देंगे’. लेकिन 18 वर्ष में इनके मां-बाप ने जनता को लूटकर कंगाल कर डाला. अब यही लोग फिर से कह रहे हैं -‘हमें बनाइए ताकि हम फिर लूट सकें.'
चंपारण को जन-सुराज की जन्मभूमि बताया :
इतना ही नहीं प्रशांत किशोर ने चंपारण को महात्मा गांधी की कर्म भूमि बताकर कहा कि यहीं से जनसुराज की शुरुआत भी कर दी है. उन्होंने भरोसा दिखाया है कि यह मुहिम बिहार में फैले राजनीतिक शोषण एवं ‘बंधुआ मजदूरी’ जैसी व्यवस्थाओं को खत्म करने वाली होगी. उन्होंने जनता से मतदान के जरिए बदलाव लाने का अनुरोध भी किया है.