बारिश में बना रहे है घूमने का प्लान तो माथेरान हो सकता है अच्छा विकल्प

माथेरान भारत का एकमात्र प्रदूषण मुक्त हिल स्टेशन है जहाँ मोटर वाहन प्रतिबंधित हैं। यहाँ के 30 से अधिक व्यूपॉइंट्स, टॉय ट्रेन, शार्लोट लेक और शांत वातावरण पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।

बारिश में बना रहे है घूमने का प्लान तो माथेरान हो सकता है अच्छा विकल्प

बारिश की रिमझिम में, माथेरान की वादियों का संगीत मोह लेगा आपका मन

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Highlights

  • ट्रेकिंग, हॉर्स राइडिंग और फोटोग्राफी का केंद्र है माथेरान
  • 30 से अधिक व्यूपॉइंट्स और झीलें
  • ​माथेरान में आपको मिलेगी लक्ज़री रिसॉर्ट्स, होटल्स, लॉजेस, और होमस्टे की खास सुविधा

भारत में एक से बढ़कर एक सुंदर हिल स्टेशन हैं, जो पर्यटकों को अपनी सुंदरता से आकर्षित करने के लिए जाने जाते है। इन्ही हिल स्टेशनों में से एक है — माथेरान। महाराष्ट्र राज्य के रायगढ़ ज़िले में स्थित यह छोटा सा लेकिन अत्यंत मोहक हिल स्टेशन अपने प्राकृतिक सौंदर्य, शांत वातावरण और प्रदूषण मुक्त परिवेश के लिए जाना जाता है। समुद्र तल से लगभग 800 मीटर की ऊंचाई पर स्थित माथेरान, पश्चिमी घाट की गोद में बसा है और यह भारत का एकमात्र हिल स्टेशन है जहाँ वाहनों की अनुमति नहीं है। इस कारण यह प्रदूषण से मुक्त है और शुद्ध वायु, हरियाली व शांति का प्रतीक बना हुआ है।

भौगोलिक स्थिति और जलवायु : माथेरान मुंबई से लगभग 90 किलोमीटर और पुणे से 120 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह सह्याद्री पर्वत श्रृंखला में बसा हुआ है और चारों ओर से घने जंगलों व गहरी घाटियों से घिरा है। यहाँ की जलवायु वर्ष भर सुहानी बनी रहती है, विशेषकर मानसून के मौसम में यहाँ की हरियाली और झरने पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए काफी है। गर्मियों में इस जगह का तापमान  20–35 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है, जबकि सर्दियों में यह 10–25 डिग्री तक गिरता है। जुलाई से सितंबर के मध्य यहाँ मानसून पूरी रौनक के साथ आता है और वातावरण को नयापन प्रदान करता है।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि :
माथेरान की खोज 1850 के दशक में ब्रिटिश अधिकारी ह्यूग मालेट द्वारा की गई थी। उस समय यह क्षेत्र एक अज्ञात घना जंगल हुआ करता था। अंग्रेजों ने इसे एक हिल स्टेशन के रूप में विकसित किया ताकि वे मुंबई की गर्मी और नमी से राहत पा सकें। ब्रिटिश शैली के बंगलों, क्लब हाउस और चर्चों की उपस्थिति आज भी माथेरान के औपनिवेशिक अतीत की याद दिलाती है।

पर्यटन स्थल और दर्शनीय स्थल : माथेरान में 30 से अधिक व्यू पॉइंट्स हैं जहाँ से घाटियों और पहाड़ियों का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। कुछ प्रमुख दर्शनीय स्थलों में शामिल हैं:

1. अलेक्जेंडर पॉइंटयहाँ से रामबाग, करजत, बोरो घाट और चौल के किले का शानदार दृश्य दिखाई देता है।
2. शार्लोट लेकमाथेरान की जीवनरेखा कही जाने वाली यह झील पीने के पानी का प्रमुख स्रोत है। इसके किनारे विराजित भगवान पिसर्नाथ का मंदिर धार्मिक आस्था का प्रतीक है।
3. पैनोरमा पॉइंटयहाँ से सूर्योदय और घाटियों का विस्तृत दृश्य अत्यंत रोमांचक होता है। यह जगह ट्रेकिंग प्रेमियों के लिए स्वर्ग समान है।
4. लुइसा पॉइंटयहाँ से प्रसिद्ध प्रबलगढ़ किला और अन्य घाटियों का दृश्य दिखाई देता है। बारिश के मौसम में यहाँ से झरनों और बादलों के दृश्य देखने लायक होते हैं।
5. हनीमून हिल और हार्ट पॉइंटप्रेमी युगलों के बीच लोकप्रिय यह स्थल एकांत वातावरण और घाटियों के दृश्य के लिए जाना जाता है।

विशेषताएँ जो माथेरान को बनाती हैं अद्वितीय :

1. वाहन-मुक्त क्षेत्र : माथेरान में मोटर वाहन प्रतिबंधित हैं। पर्यटक मुख्य द्वार (डास्तुरी प्वाइंट) से आगे घोड़े, मैन्युअल रिक्शा या पैदल ही जाते हैं। इससे यहाँ का वातावरण शांत और प्रदूषण रहित रहता है।

2. माथेरान टॉय ट्रेन : नीरल से माथेरान तक चलने वाली यह छोटी ट्रेन 21 किलोमीटर का सफर तय करती है। पहाड़ों, घाटियों और सुरंगों के बीच से गुजरती यह ट्रेन यात्रा को रोमांचक बनाती है। यह 1907 में निर्मित की गई थी और अब यूनेस्को द्वारा हेरिटेज रेलवे घोषित की गई है।

3. वन्य जीवन और जैव विविधता : यह क्षेत्र जैव विविधता के लिए भी जाना जाता है। यहाँ अनेक प्रकार के पक्षी, तितलियाँ, छोटे जानवर और दुर्लभ वनस्पतियाँ पाई जाती हैं। पर्यावरणविदों के लिए यह स्थान किसी प्रयोगशाला से कम नहीं। स्थानीय संस्कृति और जीवनशैलीमाथेरान में स्थानीय लोगों का जीवन सरल और प्रकृति के अनुकूल है। यहाँ की जनसंख्या सीमित है और लोग मुख्यतः पर्यटन, घुड़सवारी, हस्तशिल्प और छोटे व्यापारों से जुड़े हैं। पर्यटकों के लिए यहाँ स्थानीय कला, वेशभूषा और हस्तनिर्मित वस्तुएँ आकर्षण का केंद्र होती हैं। मराठी और हिंदी यहाँ की प्रमुख भाषाएँ हैं।

पर्यटन गतिविधियाँ : माथेरान में पर्यटन से संबंधित कई गतिविधियाँ उपलब्ध हैं:

ट्रेकिंग – यहाँ कई ट्रेकिंग ट्रेल्स हैं जो घाटियों, पहाड़ियों और झीलों के किनारे से होकर गुजरते हैं।
फोटोग्राफी – प्राकृतिक सौंदर्य, सूर्यास्त और वन्य जीवन की तस्वीरें खींचना एक सुखद अनुभव है।
हॉर्स राइडिंग – वाहन निषेध होने के कारण यहाँ घोड़ों का विशेष महत्व है और पर्यटक इसका भरपूर आनंद लेते हैं।
नेचर वॉक – जंगलों के बीच बनी पगडंडियाँ शांति प्रिय लोगों के लिए आदर्श हैं।

खानपान : माथेरान में विभिन्न प्रकार के व्यंजन उपलब्ध हैं, लेकिन यहाँ का पारंपरिक महाराष्ट्रीयन भोजन विशेष रूप से लोकप्रिय है। वड़ा-पाव, मिसल-पाव, पोहे, साबुदाना खिचड़ी जैसे व्यंजन पर्यटकों को पसंद आते हैं। इसके अलावा चाय स्टॉल्स, हल्की मिठाइयाँ और गर्मागरम भजिए बारिश के मौसम में अलग ही स्वाद देते हैं।

रहने की व्यवस्था : माथेरान में सभी बजट के लिए आवास सुविधाएँ उपलब्ध हैं – लक्ज़री रिसॉर्ट्स, होटल्स, लॉजेस, और होमस्टे। कुछ पुराने ब्रिटिश बंगलों को अब हेरिटेज होटल्स में बदल दिया गया है, जहाँ रहना एक शाही अनुभव प्रदान करता है। प्रमुख होटल्स जैसे रॉयल होटल, होप हॉल होटल, और वुडलैंड्स रिज़ॉर्ट्स पर्यटकों के बीच प्रसिद्ध हैं।

कैसे जाएं माथेरान :
1. रेल मार्ग सेनीरल रेलवे स्टेशन (मुंबई–पुणे रूट) से माथेरान के लिए टॉय ट्रेन उपलब्ध है।
2. सड़क मार्ग सेमुंबई, पुणे, या पनवेल से कार द्वारा नीरल या डास्तुरी पॉइंट तक पहुँचा जा सकता है।
3. हवाई मार्ग सेनिकटतम हवाई अड्डा मुंबई है, जहाँ से सड़क या रेल मार्ग द्वारा माथेरान पहुँचा जा सकता है।

चुनौतियाँ और समाधान :

चुनौतियाँ :

  • मानसून में भूस्खलन की संभावना
  • सीमित स्वास्थ्य सेवाएँ
  • मोबाइल नेटवर्क की समस्या
  • पर्यटकों का अत्यधिक दबाव

समाधान :

  • मानसून में यात्रा से पहले मौसम अपडेट लेना
  • प्राथमिक चिकित्सा और आवश्यक दवाइयाँ साथ रखना
  • डिजिटल डिटॉक्स का लाभ लेना
  • भीड़ से बचने के लिए सप्ताह के मध्य में यात्रा करना

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