भारतीय महिला टीम ने एक बार फिर अपने संतुलित प्रदर्शन का शानदार नमूना पेश किया। गेंदबाज़ों की कसी हुई शुरुआत और उसके बाद शेफाली वर्मा की आक्रामक नाबाद पारी के दम पर भारत ने श्रीलंका को आसानी से शिकस्त दी और पांच मैचों की सीरीज़ में 2-0 की मज़बूत बढ़त बना ली। भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाज़ी करने का फैसला किया। पहले बल्लेबाज़ी करने उतरी श्रीलंका की शुरुआत बेहद खराब रही और विश्मी गुणरत्ने मात्र 1 रन बनाकर पवेलियन लौट गईं।
इसके बाद कप्तान चमारी अटापट्टू (31) और हसीनी परेरा (22) ने दूसरे विकेट के लिए 36 रनों की साझेदारी कर पारी को संभालने की कोशिश की। चमारी के आउट होने के बाद हर्षिता समराविक्रमा (33) ने हसीनी के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए सर्वाधिक 44 रनों की साझेदारी की और टीम को कुछ हद तक लड़ने लायक स्थिति में पहुंचाया।
हालांकि इन दोनों के आउट होते ही श्रीलंका की पारी ताश के पत्तों की तरह बिखर गई। कविशा दिलहारी (14) और कौशनी नुत्यांगना (11) भी खास योगदान नहीं दे सकीं। निचले क्रम के बल्लेबाज़ दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए और पूरी टीम 20 ओवर में 9 विकेट खोकर सिर्फ 128 रन ही बना सकी। पिछली बार की तरह इस बार भी श्रीलंका की बल्लेबाज़ी बेहद धीमी रही, जो उनके लिए चिंता का विषय है। भारत की ओर से गेंदबाज़ों ने शानदार प्रदर्शन किया। वैष्णवी शर्मा और श्री चरणी ने 2-2 विकेट झटके। वहीं अनुभवी स्नेह राणा ने किफायती गेंदबाज़ी करते हुए 4 ओवर में सिर्फ 11 रन देकर 1 विकेट हासिल किया।
129 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम की शुरुआत भी औसत रही और 29 के स्कोर पर स्मृति मंधाना (14) आउट हो गईं। इसके बाद शेफाली वर्मा (69*) और जेमिमा रॉड्रिग्ज (26) ने दूसरे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी कर भारत को पूरी तरह नियंत्रण में ला दिया। शेफाली वर्मा ने चौकों की बरसात करते हुए दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। बाद में हरमनप्रीत कौर (10) का विकेट भी गिरा, लेकिन शेफाली अंत तक नाबाद रहीं और टीम को जीत दिलाकर ही लौटीं।
श्रीलंका की गेंदबाज़ी काफी सामान्य रही। कविशा दिलहारी, काव्या कविंदी और मल्की मदारा को एक-एक विकेट मिला, जबकि अन्य गेंदबाज़ कोई खास प्रभाव नहीं छोड़ सके। शानदार अर्धशतक के लिए शेफाली वर्मा को "प्लेयर ऑफ द मैच" चुना गया। इस जीत के साथ भारत ने 5 मैचों की सीरीज़ में 2-0 की बढ़त बना ली है।