अहमदाबाद : गुजरात के तटीय इलाकों में बीते बुधवार यानी 20 अगस्त 2025 को हुई मूसलाधार बारिश के पश्चात हालात और भी ज्यादा ख़राब हो गए जिसकी वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़. कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात देखने के लिए मिले. इतना ही नहीं जूनागढ़ जिले के मेंदार्दा तालुका में 12 घंटे में 331 MM बारिश रिकॉर्ड की गई है, जबकि केशोद तालुका में 280 MM बारिश हुई. तेज बारिश की वजह से निचले क्षेत्रों में पानी भर गया एवं प्रशासन को लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए बचाव अभियान शुरू करना पड़ा.
अगले 2 दिन भारी बारिश की चेतावनी? :
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने आने वाले 2 दिनों में भारी बारिश होने का अनुमान लगाया है. इतना ही नहीं राज्य के सौराष्ट्र इलाकों के कई भागों में, विशेषकर जूनागढ़, पोरबंदर, औखा, नवसारी एवं वलसाड में स्थिति और भी ज्यादा खतरनाक होती जा रही है. इतना ही नहीं जूनागढ़ कलेक्टर अनिल राणावसिया ने जानकारी दी है कि जिले के 3 तालुका सबसे अधिक प्रभावित हैं और बांध के उफान को देखते हुए 52 गांवों को अलर्ट पर रख दिया गया है. वहीं, लगातार पानी बढ़ने की वजह से नदियां उफान पर है, एवं ग्रामीण इलाकों के निचले क्षेत्रों में पानी घुस गया है, जिससे लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हुआ.
बाढ़ वाले इलाके पर तैनात NDRF एवं SDRF की टीमें :
खबरों का कहना है की प्रशासन ने बचाव एवं राहत कार्य के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (NDRF) एवं राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) की टीमों को तैनात कर दिया गया है. इतना ही नहीं अधिकारियों ने जानकारी दी है कि पोरबंदर जिले के बोरासर गांव में बाढ़ की वजह से एक स्कूल के 46 बच्चे एवं 4 शिक्षक फंसे हुए है, जिन्हें सुरक्षित निकालने की कोशिश की गई. इस दौरान जूनागढ़ जिले के मनावदर गांव में बिजली गिरने से एक व्यक्ति की जान चली गई.
बाढ़ की चपेट में आई देवभूमि द्वारका :
खबरों का कहना है कि देवभूमि द्वारका जिले का रावल गांव भी भारी वर्षा की वजह से बाढ़ की चपेट में आया. इतना ही नहीं यहां से कल्याणपुर गांव का संपर्क मार्ग पूरी तरह से प्रभावित हो गया. वहीं प्रशासन ने स्थिति से निपटने के लिए राहत शिविर स्थापित कर दिए गए है एवं बाढ़ से घिरे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम किया जा रहा है. मौसम विभागके अनुसार भारी बारिश का सिलसिला आने वाले 2 दिनों तक और जारी रहने वाला है, इसलिए प्रशासन ने नागरिकों से सतर्क रहने और अनावश्यक रूप से निचले इलाकों में न जाने की अपील भी की गई है.