मुंबई में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त, जलमग्न हुई सड़कें

मुंबई में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया, सड़कों पर जलभराव से यातायात ठप हुआ। BMC ने रेड अलर्ट के चलते सभी सरकारी कार्यालय बंद किए, निजी कंपनियों से वर्क फ्रॉम होम की अपील की। 24 घंटे में 186-238 मिमी बारिश दर्ज, रेल सेवाएं हुई प्रभावित।

मुंबई में भारी बारिश से जनजीवन अस्त व्यस्त, जलमग्न हुई सड़कें

मुंबई में बारिश की वजह से बढ़ी लोगों की परेशानी

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Highlights

  • मुंबई में मूसलाधार बारिश से सड़कों पर जलभराव, यातायात ठप, गाड़ियां फंसी।
  • IMD ने जारी की भारी बारिश और 45-55 किमी/घंटा हवाओं की चेतावनी।
  • मुंबई में 24 घंटे में 186.43-238.19 मिमी बारिश दर्ज।

मुंबई : भारी बारिश ने मुंबई की रफ्तार पर एक बार फिर ब्रेक लगा दिया है, वहीं देर रात्रि से हो रही वर्षा के चलते मुंबई की सड़कें पूरी तरह से पानी में गायब हो गई है। गाड़ियां भारी बारिश की वजह से फंसी हुई हैं। मूसलाधार बारिश के दौरान मुंबई के लोगों पर संकट और भी तेजी से बढ़ता जा रहा है। कल भी मुंबई की भारी वर्षा हुई थी, अब देर रात से फिर भारी बारिश का दौर अब भी चल रहा है।

मुंबई नगर निकाय ने इस बारें में कहा है कि मौसम विभाग द्वारा जारी अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी के मद्देनजर मुंबई में सभी सरकारी और अर्ध-सरकारी कार्यालय मंगलवार को बंद किए गए है। मुंबई के सभी निजी कंपनियों से भी खास अपील की गई है कि  वह अपने सभी काम करने वाले व्यक्ति को वर्क फ्रॉम होम दें एवं अनावश्यक यात्रा से बचें।

बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने मंगलवार प्रातः एक बयान में शहर और उपनगरों में निरंतर भारी बारिश एवं IMD द्वारा जारी 'रेड अलर्ट' के मद्देनजर एहतियात के तौर पर सभी सरकारी और अर्ध-सरकारी कार्यालयों को पूर्ण रूप से बंद रखने का एलान किया गया है, इतना ही नहीं इस बयान में ये भी कहा गया है कि यह निर्णय आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी BMC कार्यालयों और राज्य संचालित प्रतिष्ठानों पर लागू रहेगा।

 

इस बारें में एक अन्य अधिकारी ने जानकारी दी है कि मंगलवार प्रातः 8 बजे तक 24 घंटे की अवधि में द्वीपीय शहर, पूर्वी और पश्चिमी उपनगरों में क्रमश: 186.43 मिमी, 208.78 मिमी और 238.19 मिमी औसत बारिश रिकॉर्ड की गई है।

खबरों का कहना है कि मंगलवार के पूर्वानुमान में, IMD ने मुंबई शहर और उपनगरों में "बहुत भारी से अत्यंत भारी" बारिश की भविष्यवाणी भी की गई थी, साथ ही कभी-कभी 45-55 KM प्रति घंटे की गति से तेज हवाओं का भी सामना करना पड़ सकता है। इतना ही नहीं सुबह 9.16 बजे हाई टाइड 3.75 मीटर ऊंची थी और रात 8.53 बजे ये 3.14 मीटर ऊंची होने का अनुमान लगाया गया था। लोगों ने दादर, माटुंगा, परेल और सायन के निचले क्षेत्रों में रेलवे पटरियों पर जलभराव की शिकायत दर्ज की गई। हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने दावा किया कि पानी ट्रैक के स्तर से नीचे था और इसलिए रेलगाड़ियों की आवाजाही प्रभावित नहीं हुई, हालांकि सेवाएं विलंबित हुईं।

इतना ही नहीं हिंदमाता, अंधेरी सबवे और ईस्टर्न एक्सप्रेस हाईवे, मुंबई-गुजरात हाईवे और ईस्टर्न फ्रीवे के कुछ भाग में भी जलभराव की जानकारी मिली। स्थिति को और बदतर बना रहे है, मुम्बई उपनगरीय नेटवर्क पर अम्बिवली और शहाड स्टेशनों के बीच सिग्नलिंग प्रणाली में सुबह-सुबह तकनीकी खराबी का भी सामना करना पड़ा।

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