कैंसर के आगे महिमा ने नहीं हारी हिम्मत, लोगों के लिए एक्ट्रेस बनी मिसाल

बॉलीवुड इंडस्ट्री की अदाकारा महिमा ने कैंसर हो जाने के बाद भी नहीं मानी थी हार, उन्होंने एक बाद फिर आज की नारी के लिए एक नया इतिहास रचा है, इतना ही नहीं उनके फ़िल्मी करियर और संघर्ष के बारें में आज हर कोई जानता है।

कैंसर के आगे महिमा ने नहीं हारी हिम्मत, लोगों के लिए एक्ट्रेस बनी मिसाल

कैंसर होने के बाद भी हिम्मत नहीं हारी महिमा

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Highlights

  • कैंसर होने के बाद भी महिमा ने जीती जिंदगी और मौत की जंग।
  • आज की महिलाओं के लिए प्रेरणा है महिमा चौधरी।
  • फिल्म प्रदेश से मिली महिमा को खास पहचान।

महिमा चौधरी बॉलीवुड की उन अभिनेत्रियों में से एक कही जाती है, जिन्होंने अपनी एक्टिंग से हर किसी का दिल जीता है, दरअसल महिमा का रियल नाम  ऋतु चौधरी है। उन्होंने वर्ष 1997 में फिल्म 'परदेस' से बॉलीवुड की दुनिया में रखा और अपनी पहली ही फिल्म से दर्शकों का दिल जीता और घर घर फेमस हो गई। उनकी जीवन यात्रा, जिसमें उन्होंने कई चुनौतियों का सामना किया, प्रेरणादायक है।

महिमा चौधरी का जन्म 13 सितंबर 1973 को दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल में ही हुआ था। उनके पिता यूपी के बागपत जिले के जाट समुदाय से जुड़ा हुआ था, जबकि उनकी माता नेपाली मूल की थीं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा डॉव हिल, कुर्सियॉन्ग और लोरेटो कॉन्वेंट, दार्जिलिंग से मिली। महिमा चौधरी हिंदी और नेपाली भाषाओं में महारत है हासिल हैं और उन्होंने 'मिस दार्जिलिंग' का खिताब अपने नाम कर लिया। फिल्मों में आने से पहले, उन्होंने कुछ मॉडलिंग असाइनमेंट्स और टेलीविजन विज्ञापनों में काम करती हुई दिखी।

फिल्मी करियर की शुरुआत: महिमा चौधरी ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत वर्ष 1997 में सुभाष घई  मूवी मूवी 'परदेस' से की, जिसमें उन्होंने 'गंगा' का रोल अदा किया था। इस फिल्म में उनके साथ शाहरुख खान थे। फिल्म 'परदेस' एक बड़ी व्यावसायिक सफलता रही और महिमा को इस फिल्म के लिए फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री पुरस्कार से सम्मानित भी किया गया।

महिमा चौधरी का व्यक्तिगत जीवन भी कई उतार-चढ़ावों से भरा रहा है। 1999 में 'दिल क्या करे' की शूटिंग के दौरान, वह एक गंभीर कार दुर्घटना का शिकार हुईं, जिसमें उनके चेहरे पर कई कांच के टुकड़े लगे। इस दुर्घटना के बाद, उन्हें कई सर्जरी से गुजरना पड़ा। वर्ष 2006 में, महिमा ने वास्तुकार बॉबी मुखर्जी से विवाह किया। उनकी एक बेटी है, जिसका नाम अरियाना है। हालांकि, 2013 में दोनों का तलाक हो गया। महिमा ने एक साक्षात्कार में बताया कि उनका विवाह सुखद नहीं था और उन्होंने दो गर्भपात भी झेले। तलाक के बाद, उन्होंने अपनी बेटी की परवरिश अकेले की और एक सिंगल मदर के रूप में जीवन व्यतीत किया।

फिल्म और महिमा चौधरी की भूमिकाएं: 

1. परदेस (1997)
भूमिका: गंगा
निर्देशक: सुभाष घई
सह-कलाकार: शाहरुख खान, अपूर्व अग्निहोत्री

महिमा की बॉलीवुड डेब्यू फिल्म, जिसमें उन्होंने एक भारतीय ग्रामीण लड़की 'गंगा' का रोल अदा किया था, जिसे अमेरिका में बसे एक परिवार के लड़के से शादी के लिए पसंद कर लिया जाता है। फिल्म में उनका चरित्र पारंपरिक भारतीय मूल्यों का प्रतीक था। इस मूवी में उनकी मासूमियत, भावनात्मक गहराई और अभिनय कौशल की खूब सराहना हुई। इस भूमिका के लिए उन्हें फिल्मफेयर सर्वश्रेष्ठ नवोदित अभिनेत्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

2. दाग: द फायर (1999)
भूमिका: काजल और मधु (दोहरी भूमिका)
निर्देशक: राजकुमार कोहली
सह-कलाकार: संजय दत्त, चंद्रचूड़ सिंह

इस मूवी  में महिमा ने दोहरी भूमिका निभाकर अपनी बहुमुखी प्रतिभा को हर किसी के सामने पेश किया है। एक किरदार सीधा-सादा था जबकि दूसरा ग्लैमरस और बदले की भावना से भरा हुआ था। उन्होंने दोनों पात्रों को बेहतरीन ढंग से निभाया और दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब भी हो गई।

3. प्यार कोई खेल नहीं (1999)
भूमिका: नंदिनी
निर्देशक: सुनील दर्शन
सह-कलाकार: सुनील शेट्टी, अजय जडेजा

यह एक पारिवारिक ड्रामा था जिसमें महिमा ने एक विधवा का रोल प्ले किया था, जिसे समाजिक दबावों के कारण अपने देवर से विवाह रचना पड़ जाता है। यह किरदार संवेदनशील था और उन्होंने इसे बहुत ही संजीदगी से अदा किया, इतना ही नहीं अपने इस किरदार से उन्होंने हर किसी का दिल जीत लिया है।

4. धड़कन (2000)

भूमिका: शीतल वर्मा
निर्देशक: धर्मेश दर्शन
सह-कलाकार: अक्षय कुमार, शिल्पा शेट्टी, सुनील शेट्टी

महिमा ने इसमें एक अमीर और समझदार महिला 'शीतल' की भूमिका अदा की जो अपने पति के साथ अपने रिश्ते को बचाने का प्रयास करते है। यह एक सहायक भूमिका थी, लेकिन उन्होंने अपनी सादगी और सशक्त अभिनय से गहरी छाप छोड़ी।

5. लज्जा (2001)
भूमिका: मैथिलि 
निर्देशक: राजकुमार संतोषी 
सह-कलाकार: मनीषा कोइराला, रेखा, माधुरी दीक्षित

यह एक नारी सशक्तिकरण पर आधारित फिल्म थी। महिमा ने 'मैथिली' नाम की नवविवाहिता की भूमिका निभाई जो दहेज और घरेलू हिंसा का शिकार होती है। उनके किरदार ने समाज की कई कुरीतियों को उजागर किया। इस फिल्म में उनके अभिनय को आलोचकों और दर्शकों दोनों ने सराहा।

6. दिल है तुम्हारा (2002)
भूमिका: निम्मी
निर्देशक: कुणाल कोहली
सह-कलाकार: प्रीति जिंटा, अर्जुन रामपाल

इस मूवी में महिमा ने एक बड़ी बहन का किरदार निभाया, जो त्याग की मूर्ति है और अपनी बहन की खुशी के लिए अपनी मोहब्बत को छोड़ देती है। यह भूमिका बेहद भावनात्मक थी, और उनकी शांत, सहनशील अभिव्यक्ति ने दर्शकों को भावुक कर दिया।

7. बागबान (2003)
भूमिका: अर्पिता 
निर्देशक: रवि चोपड़ा
सह-कलाकार: अमिताभ बच्चन, हेमा मालिनी

महिमा ने एक आदर्श बहू 'अर्पिता' की भूमिका निभाई जो अपने सास-ससुर की सेवा करती है और उन्हें सम्मान देती है, जब उनके अपने बच्चे उन्हें छोड़कर चले जाते है। उनकी भूमिका सीमित लेकिन प्रभावशाली साबित हुई।

8. सौतन (2006)
भूमिका: अंजलि
निर्देशक: राजकुमार पटेल
सह-कलाकार: तरुण खन्ना, पूनम ढिल्लों
एक महिला की दूसरी औरत से अपने पति को बचाने की कहानी। इसमें महिमा का किरदार बेहद भावुक और संयमी था। उन्होंने एक पत्नी की पीड़ा और संघर्ष को अच्छी तरह पर्दे पर उतारा।

9. द सिग्नेचर (2024)
भूमिका: काजल
निर्देशक: गौरव चावला
सह-कलाकार: अनुपम खेर

एक वृद्ध जोड़े की कहानी पर आधारित इस फिल्म में महिमा ने एक परिपक्व और गहराई से भरी भूमिका निभाई है। यह फिल्म उनके लिए एक कमबैक के तौर पर देखी गई।

10. इमरजेंसी (2025)
भूमिका: पुपुल जयकार 
निर्देशक: कंगना रनौत

यह फिल्म 1975 की इमरजेंसी की पृष्ठभूमि पर आधारित है। महिमा ने इसमें पुपुल जयकर (इंदिरा गांधी की करीबी मित्र और सांस्कृतिक सलाहकार) की भूमिका निभाई है। यह एक ऐतिहासिक और गंभीर किरदार है जो उनके अभिनय कौशल को एक नई ऊंचाई पर ले जाता है।

महिमा चौधरी ने वर्ष  2021 में पश्चिम बंगाल चुनावों के दौरान भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और तृणमूल कांग्रेस दोनों के लिए प्रचार कर चुकी है। वहीं वर्ष 2023 में, उन्होंने मध्य प्रदेश चुनावों से पहले बीजेपी में शामिल होने की अटकलों को जन्म दे डाला, जब उन्होंने राज्य मंत्री विश्वास सारंग से मुलाकात की और भाजपा सरकार की तारीफ भी की है। 2024 में, उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हुए उन्हें प्रेरणादायक व्यक्ति बताया। 

शादी से पहले ही प्रेग्नेंट हो गई थी महिमा: भारत में शादी से पहले प्रेग्नेंट होना और मां बनना बहुत बड़ी कही जाती है। देश के कई हिस्सों में इसे बहुत ही शर्मनाक बात मानी जाती है। ये चीज़े बॉलीवुड इंडस्ट्री से दूर नहीं रह पाई। फिल्म इंडस्ट्री में भी कुछ ऐसी हसीनाएं हैं जिन्होंने दुनिया के उसूलों की परवाह न करते हुए शादी से पहले बच्चे को जन्म देने का फैसला किया। हालांकि प्रेग्नेंट होने पर इन्होंने जल्दबाजी में विवाह रचा लिया था।

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