SSC परीक्षा में हुई धांधली को लेकर भड़के छात्र और शिक्षक, भाजपा सरकार की कर रहे निंदा

SSC छात्रों एवं शिक्षकों ने चरण 13 भर्ती परीक्षा के समय व्यापक मुद्दों को लेकर दिल्ली में विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें अंतिम समय में परीक्षा को रद्द करना और तकनीकी विफलताएं शामिल थीं।

SSC परीक्षा में हुई धांधली को लेकर भड़के छात्र और शिक्षक, भाजपा सरकार की कर रहे निंदा

SSC परीक्षा में हुई धांधली से गुस्साए छात्रों ने शुरू किया प्रदर्शन

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Highlights

  • SSC परीक्षा में हुई धांधली से गुस्साए छात्र और शिक्षकों ने किया विरोध प्रदर्शन।
  • भाजपा सरकार पर SSC छात्रों एवं लोगों ने लगाया निकम्मेपन का इल्जाम।
  • SSC की परीक्षा न होने पर 55 हजार से अधिक शिकायत दर्ज।

नई दिल्ली: बीते दिनों SSC का पेपर होने के बाद इस परीक्षा को देने वाले सभी छात्र बहुत ही ही ज्यादा गुस्से में दिखाई दिए, हर कोई सोशल मीडिया पर अपनी भड़ास निकालते हुए दिखाई दे रहे है, इतना ही नहीं इसके कई वीडियो इस समय सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमे लोग SSC निक्कमी कहते हुए दिखाई दे रहे है। 

खबरों का कहना है कि बीजेपी गवर्नमेंट पर भी लोगों ने आरोप लगते हुए कहा है कि भाजपा सरकार निकम्मे पन में इस कदर अंधी हो चुकी है कि उसका कोई जवाब ही नहीं है, SSC की परीक्षा में धांधली हो रही है, इतना ही नहीं टीचर एवं बच्चे सभ्य तरीके से धरना देते हुए दिखाई दिए, इतना ही नहीं जब बच्चों और टीचर्स की आवाज नहीं रुकी तो उन पर हमला किया गया, हाथ पैर तक तोड़ दिए  गए, अब ये प्रश्न भी उठाया जा रहा है कि हमारे देश में अपने हक़ के लिए आवाज उठाना गलत है। 

खबरों की माने तो अब ये प्रश्न भी उठाया जा रहा है, मांग जायज  है तो डंडे किस वजह बरसाए जा रहे है, भाजपा सरकार का सारा का सारा नशा 24 घंटों में उतर जाएगा यदि देश के युवाओं ने अपने गुरुओं को तक मार खाते हुए देख लिया जो उनके लिए संघर्ष कर रहे हैं उनकी आवाज उठा रहे हैं सब बच्चों को पता होगा कि टीचर अपने लिए नहीं सिर्फ बच्चों के लिए संघर्ष कर रहे हैं एवं भजपा सरकार में SSC में जो घोटला किया जा रहा है।  

 

क्या बोले विरोध करने वाले टीचर : 

हंगामे और प्रोटेस्ट के बीच एक प्रदर्शनकारी शिक्षक ने कहा है कि "उम्मीदवारों को दूर-दराज के केंद्रों पर भेजा जा रहा है, जहाँ उन्हें पता चलता है कि परीक्षा रद्द कर दी गई है। कुछ जगहों पर, मवेशियों के सिर भूतल पर रखे गए थे, जबकि छात्र ऊपर परीक्षा दे रहे थे। चिंता जताने वाले छात्रों को चुप कराने के लिए बाउंसर तैनात किए गए हैं। माउस काम नहीं करता, सिस्टम हैंग हो जाता है। हम इसी समस्या का सामना कर रहे हैं।"

SSC अधिकारियों के साथ हाल ही में हुई बैठक के बाद, अभ्यर्थियों ने दावा किया कि आयोग ने चरण 13 की परीक्षा से संबंधित 55,000 से ज्यादा शिकायतें प्राप्त होने की बात को स्वीकार किया है। खबरों का कहना है कि उन्होंने इस बारें में कहा है कि "अगर 3 लाख छात्र हैं और 55,000 ने समस्याएँ दर्ज कराई हैं, तो यह अपने आप में बहुत कुछ कहता है। 30 लाख उम्मीदवारों वाली एसएससी-सीजीएल परीक्षा 13 अगस्त से शुरू होने वाली है। इन टूटी-फूटी प्रणालियों के साथ एसएससी इसे कैसे पूरा करेगा?"

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