भारत में अपनी डिजिटल सेफ्टी को और भी मजबूत करेगा गूगल !

गूगल आज के युवाओं के लिए नया सेफ्टी फीचर लेकर आया है जो इंटरनेट के माध्यम से साइबर फ्रॉड के मामले को कम करने का काम करेगा, ये बात खुद गूगल ने 'सेफर विद गूगल इंडिया समिट' में बोली है।

भारत में अपनी डिजिटल सेफ्टी को और भी मजबूत करेगा गूगल !

गूगल ने साइबर फ्रॉड को लेकर यूजर्स के लिए जारी की चेतावनी।

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Highlights

  • गूगल का नया प्लान यूजर्स की बढ़ाएगा साइबर सुरक्षा।
  • Google ने इंडिया में डिजिटल सेफ्टी को लेकर 'सेफर विद गूगल इंडिया समिट' का किया आयोजन।
  • गूगल ने जारी की 4 करोड़ से अधिक लोगों के लिए चेतावनी।

Google ने इंडिया में डिजिटल सेफ्टी को और भी मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है, बीते मंगलवार को आयोजित  'सेफर विद गूगल इंडिया समिट'  के समय कंपनी ने अपने 'सेफ्टी चार्टर' का एलान कर दिया, इतना ही नहीं इस पहल का असली मकसद देश में  हो रहे धोखाधड़ी से बचाने के लिए, गवर्नमेंट व  कॉर्पोरेट ढांचे की साइबर सुरक्षा को और भी ज्यादा सेफ बनाने के लिए AI टेक को बढ़ावा देने का काम कर रहा है। 

जानिए चार्टर के 3 अहम् उद्देश्य : 

  • इंटरनेट का इस्तेमाल करने वाले लोगों को स्कैम से बचाने का प्रयास
  • गवर्नमेंट एवं कंपनियों के लिए  साइबर की सुरक्षा को और भी बेहतर बनाने पर काम करना
  • इस तरह के AI सिस्टम का विकास करना जो लोगों की सेफ्टी को बेहतर कर सकता है

'डिजीकवच' के काम में बड़ी भूमिका :

खबरों का कहना है कि Google अपने इस मिशन में 'डिजीकवच' नाम के प्रोग्राम में खास भूमिका को अदा कर रहे है , इसके माध्यम से अब तक 17.7 करोड़ से ज्यादा इंडियंस तक AI आधारित टूल्स एवं उससे जुड़ी जागरूकता के अभियान को बढ़ावा दे सके। इतना ही नहीं Google सर्च की AI काबिलियत अब पहले 20 गुना अधिक स्कैम Website की पहचान करने के काम में लगी हुई है, रिपोर्ट्स का दावा है, कस्टमर सर्विस एवं गवर्नमेंट प्लैटफॉर्म्स पर होने वाले स्कैम अटैक में 70 प्रतिशत  एवं 80 प्रतिशत कम हो चुकी है। 

पेमेंट एवं मैसेजिंग से सुरक्षा : 

Google मैसेज प्रति माह 500 मिलियन से अधिक स्कैम मैसेज को बंद करने का काम कर रहा है, इतना ही नहीं Google pay ने अभी तक 4 करोड़ से अधिक चेतावनियां भी जारी की वहीं बीते वर्ष 2024 में 13000 रुपए करोड़ की धोखाधड़ी को रोकने का कम किया जा सकता है।

Email एवं App से लोगों वेबसाइट की सुरक्षा : 

Google का प्ले प्रोटेक्ट फीचर्स अक्टूबर 2024 से इंडिया में एक्टिव है तब से लेकर अब तक 1.3 करोड़ तक के डिवाइस पर तकरीबन 6 करोड़ साइबर फ्रॉड जैसी गतिविधि को बढ़ावा देने वाले खतरनाक Apps की इंस्टालेशन को रोक दिया गया। वहीं Gmail जो विश्वभर में इस्तेमाल किया जाता है, वह 99।9 प्रतिशत से अधिक स्पैम, फिशिंग एवं मैलवेयर ऑटोमोड तरीके से ब्लॉक करने का काम कर रहा है। 

साइबर सेफ्टी को बड़े पैमान पर किया जा रहा है मजबूत :

Google अब AI की सहायता से साइबर से होने वाले खतरों की पहचान करने का काम कर रहा है, उस जानकारी को गवर्नमेंट व अन्य कंपनियों के साथ शेयर करने का काम कर रहा है। इसके प्रोजेक्ट Zero team ने Deepmind के साथ मिलकर SQLite की तरह कई सॉफ्टवेयर में  खतरनाक खामियों को हैकर्स पहचान चुके है। 

इन्वेस्टमेंट एवं  पार्टनरशिप : 

इतना ही नहीं गूगल।ओआरजी ने एशिया-पैसिफिक साइबरसिक्योरिटी फंड में $20 मिलियन देने का एलान कर दिया है, इसके साथ ही $5 मिलियन एशिया फाउंडेशन को मिलने वाले है,  इतना ही नहीं 10 साइबर क्लिनिक का निर्माण किया जाने वाला है, एवं इंडिया यूनिवर्सिटीज़ के साथ काम करके स्टूडेंट्स एवं स्माल बिज़नेस को डिजिटल सुरक्षा की ट्रेनिंग दी जाने वाली है, इसी के साथ साथ  IIT मद्रास के साथ पोस्ट-क्वांटम क्रिप्टोग्राफी पर पर्टनरशिप कर ली है, इससे फ्यूचर की साइबर चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी। 

Google का टारगेट :

Google india की कंट्री मैनेजर प्रीति ने इस बारें में बोला है कि डिजिटल तरक्की के लिए लोगों का भरोसा जीतने की आवश्यकता है , इतना ही नहीं सिक्योरिटी की वाइस प्रेसिडेंट हेदर एडकिंस ने इस बारें में जानकारी कि AI अब उन सभी स्कैम्स की पहचान करने पर काम कर रहा है कि इसका तेजी से विकास हो रहा है, इतना ही नहीं गूगल का ये स्टेप भारत को एक अलग ही दिशा प्रदान करने वाला है। 

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