
नई दिल्ली: चीन के बीजिंग के तियानजिन शहर में चल रहा शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन अब तक खत्म नहीं हुआ है। विदेश मंत्रियों के शिखर सम्मेलन के पश्चात अब राष्ट्राध्यक्षों की बैठक अगले माह होना तो तय है। इतना ही नहीं चीनी विदेशी मंत्री वांग यी ने बीते मंगलवार को जानकारी दी है कि आने वाले माह आयोजित होने वाले शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के तियानजिन शिखर सम्मेलन और उससे जुड़े कार्यक्रमों में 20 से ज्यादा देशों के नेता और 10 इंटरनेशनल ऑर्गनइजेशन के प्रमुख हिस्सा लेने वाले है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं पुतिन के भी भाग लेने की उम्मीद :
चीन की समाचार एजेंसी के मुताबिक ये शिखर सम्मलेन 31 अगस्त से लेकर 1 सितंबर तक तियानजिन में आयोजित किया जाने वाला है, इस बात की जानकारी वांग ने SCO महासचिव नूरलान येरमेकबायेव के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में दी है। खबरों का कहना है कि पीएम नरेन्द्र मोदी, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन एवं अन्य सदस्य देशों के नेताओं के भी इसमें हिस्सा लेने की उम्मदी जताई जा रही है।
विदेश मंत्रियों की बैठक हुई :
मीडिया रिपोर्ट्स कि माने तो इसके पूर्व हुए सम्मलेन विदेश के मंत्रियों का था इसमें भारत की तरफ से विदेश मंत्री एस जय शंकर ने भी भाग लिया था। इतना ही नहीं इस सम्मलेन की राजनीतिक तैयारियों को लेकर विदेश मंत्रियों की यह अहम् बैठक तियानजिन में ही आयोजित हुई। खबरों का कहना है कि इस बीच विदेश मंत्री एस. जयशंकर, रूस के सर्गेई लावरोव, पाक के इसहाक डार और ईरान के अब्बास अराघची ने प्रमुख रूप से भाग ले लिया। इस बैठक की अध्यक्षता वांग यी ने ही की है।
जयशंकर ने की राष्ट्रपति जिनपिंग से मुलाकात :
खबरों की माने तो इस बैठक के बीच भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से भी मुलाकात की। इतना ही नहीं उन्होंने जिनपिंग को भारत-चीन के रिश्तों में हुई प्रगति का ब्योरा भी दिया। इसके साथ ही LAC पर शांति और सद्भाव को लेकर भी वार्ता की गई। इतना ही नहीं जयशंकर और जिनपिंग ने क्षेत्रीय शांति और वैश्विक शांति के लिए भारत-चीन के संबंधों को महत्वपूर्ण बताया।