वाशिंगटन: अमेरिका ने वीजा की जांच की प्रोसेस में कई तरह के बदलाव कर दिए है, दरअसल इसके लिए कई तरह के सख्त कदम उठाए है, इसी अंतर्गत अब एफ,एम एवं जे कैटेगरी के नॉन-इमिग्रेंट वीजा के लिए अप्लाई करने वाले हर किसी को अपनी सोशल मीडिया एकाउंट्स की प्राइवसी सेटिंग को अब से पब्लिक करना जरुरी है. जिसका अहम् मकसद वीजा के लिए अप्लाई करने वालों की पहचान की जांच को और भी बेहतर ढंग से एवं सुरक्षा को और भी ज्यादा सुनिश्चित करना जरुरी है, ये नया नियम तुरंत लागू किया जा चुका है।
इस केस में US दूतावास इंडिया ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखते हुए कहा है की प्रत्येक वीजा आवेदन एक नेशनल "सिक्योरिटी" से जुड़ा फैसला भी होता है, अमेरिका में वर्ष 2019 से ही वीजा एप्लीकेशन फॉर्म में सोशल मीडिया के यूजर्स का नाम मांग रहा है, लेकिन अब सोशल मीडिया अकाउंट को सार्वजानिक करने के लिए आदेश जारी कर दिए है.
ताकि एप्लीकेशन फ्रॉम भरने वाले लोगों की जांच को और भी बेहतर ढंग से कर सकते है. इतना ही नहीं इस पर अमेरिका का बोलना है कि वे सभी उपलब्ध जानकारी का उपयोग करते है, ताकि ऐसे लोग अमेरिका न आ पाए, जो देश की रक्षा के लिए बड़ी परेशानी बन सकता है।
इंडियन सिटीजन की अमेरिका यात्रा को लेकर किसी भी तरह का कोई भी प्रतिबंध नहीं है, लेकिन वीजा प्रोसेस में देरी के कारण से कई ऐसे स्टूडेंट्स, वर्किंग पर्सन एवं ट्रेवलर को अपने अमेरिका जाने कार्यक्रम में परिवर्तन करना पड़ सकता है, इसके साथ साथ सोशल मीडिया को पब्लिक करने वाले नियम को लेकर कई प्रश्न भी उठाए जा रहे है, इस नए नियम एवं प्रतिबंदों का असल मकसद, अमेरिका की नेशनल "सिक्योरिटी'' को और भी ज्यादा कड़ा करना है, इतना ही नही सभी वीजा के लिए अप्लाई करने वाले देश के लिए सेफ और सुरक्षित साबित हो सकता है.
खबरों का कहना है कि इंडिया इस प्रतिबंध की लिस्ट में नहीं बल्कि इंडियन सिटीजन के लिए अमेरिका के सभी वीजा जैसे B1/B2 (टूरिस्ट वीजा), H1B (वर्क वीजा), और F1 (स्टूडेंट वीजा) को जारी किया जाने वाला है, इतना ही नहीं इंडिया में अमेरिकी दूतावास और वाणिज्य दूतावासों पर वीजा को लेकर किए गए एप्लीकेशन का आंकड़ा बहुत है, इसी के कारण से इंटरव्यू में लिए भी कई माह तक प्रतीक्षा करनी पड़ जाती है, कई स्थानों पर ये हाल है कि वीजा इंटरव्यू की बुकिंग 10 से 12 माह पहले ही करना होता है।
खबरों की माने तो अमेरिका ने निरंतर अपने वीजा को लेकर सिक्योरिटी एवं जांच प्रक्रिया को और भी कड़ा करने का आदेश जारी कर दिया है, इसके पूर्व बीते 9 जून 2025 को अमेरिका ने 12 देशों के सिटीजन को लेकर पूरी तरह से अमेरिका का वीजा देने से रोक लगा दी है, इन 12 देशों की लिस्ट में रिपब्लिक ऑफ कांगो, इक्वेटोरियल गिनी, एरीट्रिया, हैती, ईरान, अफगानिस्तान, म्यांमार, चाड,लीबिया, सोमालिया, सूडान एवं यमन भी मौजूद का नाम भी शामिल है।
कुछ रिपोर्ट्स का कहना है कि 7 अन्य देशों के लिए कुछ वीजा के लिए कई कड़े से कड़े नियम को लागू करने का फैसला कर लिया है, इतना ही इसमें लियोन, टोगो, तुर्कमेनिस्तान बुरुंडी, क्यूबा, लाओस, सिएरा एवं वेनेजुएला का नाम भी मौजूद है। इस बात का ध्यान रखना होगा कि अमेरिका की ओर से ये कदम उन देशों को लेकर उठाया जा चुका है.