ईरान-इजरायल तनाव के बीच भूकंप के झटकों से डोली ईरान की धरती

ईरान- इजरायल तनाव के बीच ईरान में 5.1 की तीव्रता का भूकंप आया, सैटेलाइट फोटोज में सामने आया की इस झटके से किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है।

ईरान-इजरायल तनाव के बीच भूकंप के झटकों से डोली ईरान की धरती

भूकंप के झटकों से काँपी ईरान की धरती तीव्रता 5.1 रही

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Highlights

  • ईरान- इजरायल में तनाव के बीच आया 5.1 तीव्रता वाला भूंकप।
  • हर साल ईरान में आते है 2000 से अधिक भूकंप।
  • 2006 से लेकर वर्ष 2015 तक 96000 हजार से भूकंप।

ईरान- इजरायल में अब भी सैन्य तनाव की खबरें सुनने के ले मिल रही है, वहीं इस तनाव के बीच भूंकप ने नया डर लोगों के अंदर भर दिया है, बीते दिन यानी शुक्रवार की रात 9:19 बजे के सेमनान प्रांत में 5.1 की तीव्रता से भूकंप के झटके महसूस हुए, ये झटका 10KM की गहराई में बताया जा रहा है, इससे तेहरान सहित कई क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस हुए, इतना ही नहीं इसके पूर्व भी 15 जून 2025 को  फोर्डो के पास 2.5 तीव्रता के आसपास भूकंप के झटके  महसूस हुए थे,  जो इजरायली हवाई हमलों के बाद आया।

खबरों का कहना है कि इन दोनों  भूकंप के वक़्त एवं स्थानों ने  परमाणु गतिविधियों को लेकर चली आ रही है अफवाह को बल दे डाला है, खासकर उस समय नतांज़, इस्फहान और फोर्डो जैसे परमाणु  ठिकानों पर इजरायली अटैक की जानकारी सामने आई, वहीं सैटेलाइट फोटोज में भी हानि के संकेत ही प्राप्त हुए है। लेकिन कुछ विशेषज्ञों का कहना ये भी है कि ईरान Alpine-Himalayan Seismic Belt में बसा हुआ है, एवं वहां प्रति वर्ष औसतन 2000 से अधिक भूंकप का सामना होता है, इसमें 15-16 भूंकप की गति 5 या उससे ज्यादा होता है, वर्ष 2006 से लेकर वर्ष 2015 के मध्य ईरान में 96,000 से अधिक भूकंप के झटके महसूस हुए थे।

किस वजह से आता है भूकंप? :

USGS और CTBTO जैसे संगठनों का इस बारें में कहना है कि, परमाणु विस्फोट, भूकंपीय तनाव को बढ़ावा देकर भूकंप जैसे हालात पैदा कर देते है, लेकिन ये विस्फोट बेहद ही कम तीव्रता का होता है, एवं कुछ किलोमीटर के दायरे तह ही सिमित बताया जा रहा है।  प्राकृतिक भूकंप में P-वेव एवं S-वेव दोनों ही होते है, लेकिन जब न्यूक्लियर ब्लास्ट मुख्यतः P-वेव उत्पन्न करने का काम करता है। 

बार्कले सिस्मोलॉजी लैब और नेशनल जियोग्राफिक का इस बारें में कहना है कि भूकंपीय तरंगों के विश्लेषण से दोनों के मध्य अंतर को बखूबी समझा जा सकता है, CTBTO एवं स्वतंत्र भूकंप विशेषज्ञों जा अनुभव को दिखाता है, कि सेमनान और  फोर्डो के भूकंप नेचुरल गतिविधियों की तरह है, इंडिया- पाक के तनाव के बीच भी इसी तरह की कई अफवाह सामने आई थी, लेकिन कई मीडिया ने इसे ख़ारिज कर दिया था। 

रिपोर्ट्स की माने तो ईरान में आए भूकंप का परमाणु परिक्षण या सैन्य गतिविधियों से किसी तरह का कोई संबंध नहीं दिखाई देता, इलाके की उच्च भूकंप एक्टिविटी पर रिसर्च करते है एवं तनाव वाले क्षेत्र में जहां इस तरह की अफवाह सच्चाई की तुलना में बेहद ही अधिक तेजी से फैलती है, वहां सतर्कता और निगरानी का विश्लेषण होना बेहद ही जरुरी है।

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