
वाशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन के मध्य पूर्व संकट के बारें में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर टिप्पणी की है। डोनाल्ड ट्रंप ने इस बारें में खुलासा करते हुए कहा है कि कुछ समय पहले ही पुतिन ने उनके साथ सम्पर्क साधा था, एवं इजरायल-ईरान संकट में मध्यस्थता को पेश किया, इतना ही नहीं डोनाल्ड ट्रंप ने इस बात का उत्तर देते हुए बोला है कि- “पहले अपना रूस-यूक्रेन वाला मामला सुलझाओ, बाद में मिडिल ईस्ट की चिंता करना।” ट्रंप ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि रूस और यूक्रैन का युद्ध किसी भी बेवकूफी से कम नहीं है है एवं, यदि में राष्ट्रपति होता तो ऐसा कभी भी नहीं होता। पुतिन की तो कुछ भी करने की हिम्मत नहीं है, ट्रंप ने अपनी बात को जारी रखते हुए ये भी कहा है कि "मैंने पुतिन से खुद बात की। उसने मुझसे ये भी बोला है कि वह इजरायल-ईरान के मामले में मध्यस्थता करवाना चाहता हूँ, मैंने उससे ये भी बोला है कि एक काम करो, पहले अपना आपसी मामला सुलझाओ। बाद में बाकी दुनिया की फिक्र करना।"
डोनाल्ड ट्रंप के द्वारा दिया गया बयान ऐसे समय में आया है इजरायल और ईरान के मध्य तनाव बढ़ता ही जा रहा है, अमेरिका ने भी इलाके में अपनी सैन्य की उपस्थिति और भी ज्यादा बढ़ा दी है, इतना ही नहीं रूस एवं यूक्रेन के मध्य चल रहे इस युद्ध को 2 वर्ष से अधिक का वक़्त हो चुका है, हालत सुधरने की जगह और भी ज्यादा बिगड़ते जा रहे है। खबरों का कहना है कि ट्रंप ने ये भी दावा कर दिया है कि यूक्रेन युद्ध में मारे गए लोगों का आंकड़ा अब भी छुपाया जा रहा है, अपनी बात को जारी रखते हुए कहा है कि इस क्रम में बहुत ही अधिक लोगों की मौत हुई है, लेकिन जो आंकड़ा बताया जा रहा है वह उचित नहीं है, दरअसल वहां एक ''बिल्डिंग गिरी और बोला जा रहा है कि कोई भी जख्मी नहीं हुआ, यहाँ मजाक चल रहा है?''
अब ये देखना दिलचस्प होने वाला है कि पुतिन के इस बयान पर अपनी क्या प्रतिक्रिया देते है, रूस के लिए यूक्रेन युद्ध का समाधान जितना दूर दिखाई देता है उतना ही जटिल इजरायल-ईरान संकट भी बनता जा रहा है।
बीते बुधवार को यानी 18 जून 2025 को पुतिन ने इजरायल एवं ईरान के मध्य संघर्ष को खत्म करने के लिए मध्यस्थता करने की पेशकश कर दी थी, इंटरनेशनल समाचार एजेंसियों से बोलते हुए पुतिन ने बोला है कि ये एक बेहद ही नाजुक मामला है, मेरे विचार से एक समाधान मिल सकता है, इस बारें में पुतिन ने भी बोला है कि ईरान, इजरायल एवं संयुक्त राज्य अमेरिका के साथ मास्को के प्रस्तावों को भी शेयर किया है।